जिला ऊना के मलाहत निवासी नरेश ठाकर के आंगन में फल-फूल रहा जापानी फल
मलाहत निवासी नरेश ठाकर के आंगन में फल-फूल रहा जापानी फल
-जापानी फल पैदा करने का किया सफल प्रयोग
ऊना, 04 जुलाई :
फलों की विभिन्न किस्मों को पैदा करने का शौक रखने वाले ऊना के मलाहत निवासी नरेश ठाकुर ने जापानी फल (परसीमन) का सफल प्रयोग किया है। प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मिलने इस स्वादिष्ट फल को पैदा करने में नरेश ठाकुर पिछले चार साल से लगातार मेहनत कर रहे है और उनके द्वारा की गई मेहनत रंग लाई है। नरेश ठाकुर के आंगन में जापान की यह मिल्कियत फूल-फल रही है। नरेश ठाकुर ने आम, चकोतरा सहित अन्य कई फलों की किस्मों पर भी सफल प्रयोग कर चुके हैं। नरेश ठाकुर ने बताया की यह फल दिखने में जितना सुंदर है खाने में उतना ही स्वादिष्ट है। इससे कहीं अधिक सेहत के लिए रामवाण भी है। नरेश ठाकुर ने बताया कि यदि परसीमन के उत्पादन को बढ़ावा दिया जाए तो यह किसानों की आर्थिकी संवारने में मददगार साबित हो सकता है। सरकार को चाहिए के अन्य फलों की तरह इस फल को भी बाजार में बढ़ावा दिया जाना चाहिए। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में जापानी फल (परसीमन) का उत्पादन बड़े सत्र पर होता है, लेकिन बागवानों को इसका उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। उन्होंने बताया कि हर साल ही मई-जून में फूल खिलते हैं और अगस्त में फल पक जाता है। गौरतलब है की जापानी फल यहां खाने में स्वादिष्ट है। वहीं साथ ही सेहत की दृष्टि से बेहद गुणकारी है। इसमें न तो कोलेस्ट्रोल है और न फैट होता है। यह फल स्वास्थ्य के लिए रामवाण से कम नहीं है।