युवाओं का संबल बनी हिमाचल सरकार मंडी जिला में कोरोना काल में दी 13.50 करोड़ से अधिक की सहायता….ताकि आत्मनिर्भर बनें नौजवान
मंडी / 2 जुलाई / न्यू सुपर भारत
कोरोना के संकटकाल में रोजगार को लेकर असुरक्षा और अनिश्चितता से जूझ रहे युवाओं को संबल प्रदान करने में हिमाचल सरकार की युवा कल्याण को समर्पित योजनाएं बड़ी मददगार साबित हुई हैं। इस कड़ी में मंडी जिला के युवाओं को मुश्किल से उबारने और उनके कौशल को निखारने में सरकार की कौशल विकास, औद्योगिक विकास और बेरोजगारी भत्ता जैसी योजनाएं वरदान बनी हैं।
मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर द्वारा कोरोना के कठिन हालात को देखते हुए युवाओं को आत्मनिर्भर बनने में जरूरी सहारा देने के लिए दी गई सरकारी मदद से जिला के नौजवान बेहद खुश हैं।
बता दें, सरकार ने कोरोना काल में कौशल विकास, औद्योगिक विकास और बेरोजगारी भत्ते के रूप में मंडी जिला के युवाओं को 13.50 करोड़ रुपये से अधिक की आर्थिक सहायता दी
नौजवानों की मेधा और कौशल के सही इस्तेमाल पर फोकस
क्षेत्रीय रोजगार अधिकारी मंडी एस.आर.कपूर का कहना है कि मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर का इस ओर विशेष ध्यान है कि नौजवानों की मेधा और कौशल का सही इस्तेमाल हो और वे आत्मनिर्भर बनें। इसे लेकर नौजवान को अनेक प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि कोरोना के संकट के दौरान मार्च 2020 से मई 2021 तक मंडी जिला के 4557 पात्र युवाओं को कौशल विकास भत्ते में 5 करोड़ 53 हजार रुपये की धनराशि प्रदान की गई है। वहीं इस अवधि में 8493 लाभार्थियों को बेरोजगारी भत्ते के तौर पर 8 करोड़ 38 लाख से अधिक की सहायता दी गई है। जिला में कोरोना काल में 224 पात्र नौजवानों को औद्योगिक विकास भत्ते के रूप में करीब 7 लाख रुपये दिए गए हैं।
एस.आर.कपूर ने बताया कि इसके अलावा युवाओं को रोजगार संबंधी परामर्श और वोकेशनल मार्गदर्शन देने के लिए ऑनलाईन और वास्तविक शिविर आयोजित करने पर ध्यान दिया गया है।
युवाओं ने जताया मुख्यमंत्री का आभार
वहीं, सरकारी मदद से संबल पाने वाले सभी लाभार्थी युवाओं ने मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर का दिल से आभार जताया है। युवाओं का कहना है कि रोजगारपरक शिक्षा के लिए मिलने वाली सरकारी मदद विशेषतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं के लिए बड़ी फायदेमंद है। इसके अलावा बेरोजगारी भत्ते से कठिन समय में अपने खर्चों के लिए दूसरों पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं पड़ती ।
कौशल विकास भत्ते से लाभान्वित अनेकों युुवाओं की तरह ही गोहर उपमंडल के अजय और रजनी भी मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर का आभार जताते नहीं थकते। अजय राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गोहर में पढ़ते हैं और उन्होंने बारहवीं में ऑटो मोबाइल का वोकेशनल कोर्स लिया है, जिसके लिए उन्हें हर महीने एक हजार रुपये का कौशल विकास भत्ता मिल रहा है। मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल गोहर की छात्रा रजनी को भी बारहवीं में वोकेशनल कोर्स के लिए 1 हजार रुपये प्रति माह का कौशल विकास भत्ता मिल रहा है। उन्होंने इस मदद के लिए मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर का बारंबार आभार जताया है।
वहीं बेरोगारी भत्ते से लाभान्वित चैलचौक के राकेश और कुलदीप और पतरौण गांव की भारती का कहना है कि उन्हें कोरोना काल में भी लगातार यह भत्ता मिल रहा है, जिससे रोजगार के लिए तैयारी करने से जुड़े खर्चों के लिए दूसरों की ओर नहीं ताकना पड़ता। इससे गरीब घरों को बच्चों को बड़ी सहुलियत हुई है।
ये है पात्रता
एस.आर.कपूर बताते हैं कि कौशल विकास भत्ते में सालाना 2 लाख रुपये की परिवार आय वाले 16 से 36 साल के युवाओं को मान्यता प्राप्त संस्थानों से रोजगारपरक कोर्स करने के लिए अधिकतम दो साल की अवधि तक हर महीने एक हजार रुपये प्रदान किए जाते हैं। औद्योगिक विकास भत्ते में 18 से 36 साल के पात्र युवाओं को दो साल तक हर महीने एक हजार रुपये प्रदान किए जाते हैं। वहीं बेरोजगारी भत्ते के रूप में 20 से 35 साल के बारहवीं पास युवाओं को दो साल तक हर महीने एक हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है। बेरोजगारी भत्ते के लिए एक साल पहले से रोजगार कार्यालय में नाम दर्ज होना जरूरी है।
यहां करें संपर्क
श्रम एवं रोजगार विभाग के माध्यम से कार्यान्वित की जा रही इन योजनाओं की जानकारी के लिए क्षेत्रीय रोगजार अधिकारी मंडी के कार्यालय दूरभाष नंबर 01905-235508 पर संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा नजदीकी रोजगार कार्यालय से भी योजनाओं का लाभ लेने को लेकर जानकारी ली जा सकती है।
क्या कहते हैं जिलाधीश
जिलाधीश अरिंदम चौधरी का कहना है कि मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर के निर्देशानुसार मंडी जिला में युवाओं के कौशल विकास और कल्याण गतिविधियों पर अधिक बल दिया गया है। यह सुनिश्चित किया गया है कि नौजवानों को आत्मनिर्भर बनाने को समर्पित सभी सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ पात्र लाभार्थियों तक पहुंचे।