ऊना / 14 अक्तूबर / एनएसबी न्यूज़ / जिला के आयुर्वेद विभाग के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों के अंतर्गत नियुक्त आयुर्वेद चिकित्सा फार्मासिस्टों के लिए बचत भवन के सभागार में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता सीएमओ ऊना डॉ. रमन कुमार शर्मा ने की। कार्यशाला में उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण अभियान के अंतर्गत वर्ष 2021 तक क्षय रोग को समाप्त करने के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए युद्ध स्तर पर कार्य शुरू किया गया है।
डॉ. रमन शर्मा ने कहा कि पहले टीबी के मरीज अपनी बीमारी को छुपा लेते थे लेकिन अब निरंतर जागरूकता व प्रशिक्षण कार्यक्रमों से लोगों में जागरूकता बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि टीबी का शत प्रतिशत इलाज संभव है और सभी दवाएं सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में फ्री उपलब्ध हैं। डॉट्स प्रोवाइडर के माध्यम से मरीज की सुविधानुसार घर-द्वार पर इलाज की सुविधा उपलब्ध है। क्षय रोग के मरीजों को खुराक के लिए 500 रूपए प्रतिमाह भी प्रदान किए जाते हैं।
इस अवसर पर जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अजय कुमार व जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. सुशील चंद्र नाग ने कहा कि 2 हफ्ते से ज्यादा समय तक खांसी, बलगम के साथ खून आना, निरंतर हल्का बुखार, भूख न लगना, सेहत कमजोर हो जाना, सांस फूलना जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत बलगम जांच करवाई जानी चाहिए। यह लक्षण टीबी की बीमारी के हो सकते हैं। अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से क्षय रोग की जांच की सुविधा जिला ऊना में उपलब्ध है।
इस मौके पर क्षय रोग कार्यक्रम समन्वयक गुलशन शर्मा, रमन शर्मा, जनक सिंह, बलजीत सिंह, सुरजीत सिंह, दिनेश कुमार, नीना कुमारी, सुरिंद्रा कुमारी, प्रवीण कुमार, कंचन देवी तथा मलकीयत सिंह व अन्य उपस्थित रहे।