समाज में महिला के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता : देवेंद्र सिंह बबली
टोहाना / 9 मार्च / न्यू सुपर भारत
हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ग्रामीण विकास अभिकरण द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत टोहाना में महिला मेटों का राज्य स्तरीय सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की और मनरेगा में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया।
कैबिनेट मंत्री ने स्वयं सहायता समूह की तीन जिलों की 30 महिलाओं को ई-रिक्शा वाहन की चाबियां सौंपी। उन्होंने समारोह में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों की लगी स्टॉल का निरीक्षण किया और उन्हें स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित किया। इसके उपरांत कैबिनेट मंत्री ने टोहाना में अटल किसान मजदूर कैंटीन का निरीक्षण कर भोजन भी किया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस एक ऐसा प्रेरणादायक दिवस है।
नारी को ईश्वर की सुंदर कृति है। महिलाओं का गौरवशाली इतिहास रहा है। समाज में महिला के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपना परचम लहराया है। हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा चलाए जा रहे सारे कार्यक्रम समाज में महिलाओं की क्षमता, सम्मान और पहचान दिलाने की इसी दिशा में अग्रसर है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा चलाई रही दीनदयाल अंत्योदया राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन स्कीम महिलाओं के शक्तिकरण की एक अनूठी पहल है। इस स्कीम के अंतर्गत महिलाएं स्वयं सहायता समूह (सेल्फ हेल्प ग्रुप) में जुडक़र केवल अपना ही नहीं अपितु अपने पूरे परिवार का उत्थान कर रही है।
हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत प्रदेश में 5 लाख 25 हजार 120 परिवारों को 49616 समूहों में जोड़ा जा चुका है। इन समूहों को रिवॉलविंग फंड के रूप में 39 करोड़ रुपये (दस हजार रुपये प्रति समूह की दर से) की रकम समूहों में दी गई है। इसी प्रकार सामूदायिक निवेश फंड में 201 करोड़ रुपये (50 हजार रुपये प्रति समूह की दर से)की रकम समूहों को दी जा चुकी है।
स्वयं सहायता समूह के बैंकों में खाता खुलवाने उपरांत 35079 समूहों को 476 करोड़ रुपये के ऋण प्रदान कराये गए हैं। इन सभी राशियों का उपयोग महिलाएं अपनी आजीविका कमाने के लिए करती है। सभी महिलाएं अपने ऋण की राशि का भुगतान समय पर कर रही है जोकि एक गर्व की बात है।
विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद सिंह बबली ने कहा कि आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना (एजीईवाई) के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सवारी/माल वाहन खरीद हेतू ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है। अब तक 63 वाहन दिये जा चुके हैं और इस वर्ष स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रत्येक खंड में 12.75 करोड़ रुपये की राशि से 150 वाहन उपलब्ध करवाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह की 1840 महिलाएं इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग एंड फायनेंस (आईआईबीएफ) की परीक्षा पास कर जहां बिजनेस करस्पोनस का काम कर रही है, वहीं 1607 महिलाएं कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) भी चला रही है। यह देखकर लगता है कि ग्रामीण भारत के डिजीटलीकरण का सपना जल्दी ही पूरा होगा।
कैबिनेट मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने कहा कि स्वयं सहायता समूह की महिलाएं प्रदेश की 23 अनाज मंडियों में अटल किसान मजदूर कैंटीन चला रही है। जहां पर एक मजदूर को 10 रुपये में खाना उपलब्ध हो रहा है। इसी प्रकार जिला व ब्लॉक स्तर के सभी सरकारी कार्यालयों/संस्थानों, अस्पताल आदि में भी कैंटीन चलाई जा रही है।
महिलाएं जरी जूती, फूलकारी, ब्यूटी पार्लर, दर्री, चंगेरी, ज्वेलरी, मिट्टी के बर्तन, ऊन के वस्त्र, डेयरी फार्मिंग, विभिन्न अनाज के खाने के पदार्थ जैसे बिस्कुट, आचार, पापड़, मसाले आदि बना रही है और दस हजार रुपये से लेकर 50 हजार रुपये तक हर महीने की आमदनी कर रही है। महिलाओं द्वारा कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी के दौरान 50 लाख से ज्यादा मास्क बनाकर समाज के हित में भी काम किया है।
उन्होंने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्या योजना (डीडीयू-जीकेवाई) के अंतर्गत 17728 युवाओं को अब तक नौकरी दिलवाई गई है और ग्रामीण स्वरोजगार संस्थान द्वारा अब तक 130288 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है, जिसमें से 84900 प्रतिभागी स्वरोजगार शुरू कर चुके हैं। प्रशिक्षण की सुविधा से लेकर नौकरी दिलवाने तक का कार्य निशुल्क किया जा रहा है। सभी सामाजिक सुरक्षा के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना भी करवा रही है। अब तक 322093 महिलाएं प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना व 206739 महिलाएं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में जुड़ चुकी है।
कैबिनेट मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने महिलाओं को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने कोविड-19 टीकाकरण अभियान में बढ़ चढक़र भाग लिया, जिसमें पहली डोज के लिए 368843 सदस्यों और 587674 स्वयं सहायता समूह के परिवारों का टीकाकरण करवाया गया। इसी प्रकार दूसरी डोज के लिए 200038 सदस्यों और 300357 स्वयं सहायता समूह के परिवारों का टीकाकरण करवाया गया।
हरियाणा सरकार का मुख्य लक्ष्य यह भी है कि राज्य के हर नागरिका को अच्छे जीवन यापन के लिए सालाना आमदनी एक लाख 80 हजार रुपये से अधिक की जाए। जिसके लिए हरियाणा सरकार हमेशा तत्पर है एवं मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत इस स्कीम के तहत 2900 आवेदन पत्र प्राप्त हुए है जिसमें से आधे से अधिक आवेदन स्वीकार कर दिए गए है तथा बाकी आवेदन शीघ्र स्वीकृत कर दिए जाएंगे।
इस अवसर पर एसडीएम डॉ. चिनार चहल, हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की सीईओ रविंद्र कौर, डीआरडीए सीईओ मनोज कुमार, डीएसपी बिरम सिंह, बीडीपीओ नरेंद्र कुमार, नायब तहसीलदार रमेश कुमार, एनआरएलएम के डीएफएम सतबीर सिंह, एबीपीओ अरूण कुमार, राकेश, अमित मेडल, औम प्रकाश गोयल, तरसेम गोयल, मोंटू अरोड़ा, अवनीश वालिया, पंकज बंसल, अंशु ग्रोवर, राजू चितैण, अमर पाल शर्मा सहित बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूह व मनरेगा की महिला मैट मौजूद रही।