विधानसभा में हंगामा : विपक्ष ने किया वाकऑउट
शिमला / 27 अगस्त / न्यू सुपर भारत /
विपक्ष ने कानून व्यवस्था पर चर्चा की मांग की
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन विपक्ष ने सदन में स्थगन प्रस्ताव लाया, जिसमें बिगड़ती कानून व्यवस्था पर चर्चा की मांग की गई। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की, लेकिन स्पीकर ने इसे अनुमति नहीं दी। इसके बाद, विपक्ष नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चला गया।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने उठाए विवाद
मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने विपक्ष की चर्चा की मांग पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि विधानसभा में एक बड़ी घटना को लेकर चर्चा होनी चाहिए, जिसमें 36 लोग एक साथ बह गए। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष ने नशे के व्यापारियों के बीच हुए गैंगवार पर चर्चा की मांग की, जबकि यह इमरजेंसी में होने वाली चर्चा के लिए नहीं था।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने उठाए गंभीर मुद्दे
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने स्थगन प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि बद्दी में दो दिन पहले दो गुटों के बीच मारपीट हुई, जिसमें एक की मौत हो गई और एक को पीजीआई रेफर किया गया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के तहत कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ रही है, और उन्होंने पालमपुर बस स्टैंड में एक लड़की के घायल होने और पंजाब के गुंडों द्वारा बिलासपुर कोर्ट परिसर में गोली चलाने की घटनाओं का उल्लेख किया।
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने विपक्ष की कार्रवाई की निंदा की
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने विपक्ष के स्थगन प्रस्ताव को सही नहीं ठहराया और सदन के पहले दिन ही सदन से बाहर जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
सदन की कार्यवाही की शुरुआत शोकोद्गार से
सदन की कार्यवाही की शुरुआत तीन दिवंगत विधायकों टेक चंद, नारायण सिंह स्वामी और दौलत राम चौधरी के शोकोद्गार से हुई।