November 25, 2024

उपमंडल घुमारवीं की गाहर पंचायत सवारा गांव में तेंदुए की चहलकदमी

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बरठीं / 7 अप्रैल / राजेन्द्र गौतम

उपमंडल घुमारवीं की गाहर पंचायत के सवारा गांव में तेंदुए की चहलकदमी से गांव के लोग सहम चुके हैं। अब तो दिन दिहाडे ही तेंदुए की दहाड व चहलकदमी से लोगों के दिलों में चिंताव भय के स्पष्ट संकेत देखे जा सकते हैं।

लोगों ने विभाग से पिंजरा लगाकर इस तेंदुए को पकडने की मांग की है। ताकि यह घरों से कहीं दूर रहे। गौर रहे कि कुछ समय पहले विधिक विभाग में सेवारत यशवंत सिंह ने तेंदुए की चहलकदमी को दर्शाने के चलते इसके पगमार्क को एकत्रित करके क्षेत्र में तेंदुए के होने के पुख्ता सबूत भी जुटाए थे।


पुलिस विभाग से सेवानिवृति पा चुके  गांव के एक वरिष्ठ व्यक्ति रोशन लाल ने  बताया कि आजकल हर रोज उनके गांव के साथ-साथ घर के आंगन में तेंदुए की चहलकदमी से वे घबरा गए हैं। तेंदुआ है कि घर के आंगन में दिनदिहाडेही दस्तक देने लगा है।

उन्होंने बताया कि पिछले दो दिन पहले उस वक्त तेंदुआ उनके आंगन में आ गया जब उस समय उनके बच्चे भी आंगन में ही दूसरे घर की ओर जा रहे थे। बच्चे चिल्लाए तथा अंदर की ओर भागते हुए दौडे। इतने में घर के बडे लोग भी बाहरनिकले तथा शोर मचाने पर यह जानवर कहीं नाले की ओर भाग गया। तब से घर में डर का माहौल बन चुका है।  बच्चे घर के अंदर दुबक चुके हैं।

उन्होंने बताया कि उन्हें पीने के पानी के लिए घर से नीचे एक प्राकृतिक स्रोत की ओर जाना पडता था। अब तो पानी के लिए भी विराम लग चुका है। उन्होंने बताया कि  जब कभी भी बस्तियों की ओर इसकी गस्त होती है तो लोगों को जानमालव पशुधन की हानि उठानी पडी है। 

उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भी कई बार तेंदुआ गांव मे दर्जनों मवेशियों को अपनाशिकार बना चुका है। उनकी पशुशाला के आंगन में बंधे बछडे को भी एक बार यह तेंदुआ अपना शिकार बना चुका है। हॉल ही में यह गांव में बच्चों वाली एक कुतिया को अपना शिकार बना चुका है। 

गांव के अन्य लोगों ने बताया कि तेंदुए की चहलकदमी उनके लिए समस्या का सवब बनजाती है । क्योंकि गर्मियों के मौसम में जहां माल मवेशी अक्सर बाहर ही रहते हैं वहींलोगों का रात के वख्त उनके पास आना जाना लगा ही रहता है। ऐसे में जान माल का डर उन्हें सताने लगा है। 

लोगों ने विभाग से मांग करते हुए तेंदुए की चहलकदमी पर नजर बनाए रखने के साथ साथपिंजरा लगाकर इसे पकडने की भी पुरजोर मांग की है। गौर रहे कि दधोल व भराडी क्षेत्र में आदमखोर तेंदुआ चार बच्चों व एक जवान व्यक्ति को अपनी भूख का शिकार बना चुका है। तबसे लोग इस घातक जानवर की आहट भर सेसहम जाते हैं। 

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