राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, नारायणगढ़ में संगीत विभाग के तत्वाधान में सितार की वादन तकनीक एवं सौंदर्यात्मक मूल्यांकन विषय पर सेमिनार आयोजित
नारायणगढ़ / 30 अक्तूबर / न्यू सुपर भारत
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, नारायणगढ़ में प्राचार्य संजीव कुमार की अध्यक्षता में आज संगीत विभाग के तत्वाधान में सितार की वादन तकनीक एवं सौंदर्यात्मक मूल्यांकन विषय पर सेमिनार आयोजित किया गया।कार्यक्रम का शुभारम्भ सतपाल गिरोत्रा, प्राचार्य राजकीय कन्या महाविद्यालय शहज़ादपुर एवं संजीव कुमार, प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय, नारायणगढ़ के कर कमलो द्वारा दीप प्रज्वलित कर और माँ सरस्वती जी का आह्वाहन कर किया गया। इस ऑनलाइन राष्ट्रीय सेमिनार में डॉ0 सुच्चीस्मिता,अध्यक्ष, डीन फैकेल्टी ऑफ इंडिक स्टडीज, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र ने सम्माननीय अतिथि के रूप में शिरकत की।
इस वेबिनार में 200 से अधिक प्रतिभागी जुड़े और संगीत का रसास्वादन किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रभारी प्रोफेसर पिंकी बाला इस नेशनल वेबिनार की आयोजक रही और वेबिनार के सफल आयोजन के लिए प्राचार्य संजीव कुमार ने प्रोफेसर पिंकी बाला एवं उनकी टीम तथा देवेंदर कुमार, तबला वादक को बधाई दी और भविष्य में भी इस तरह के ज्ञान वर्धक सांगीतिक कार्यक्रमों का आयोजन करवाते रहने के लिए प्रोत्साहित किया और इस वेबिनार की सराहना करते हुए कहा कि जिस तरह से नदी का पानी लगातार बहता रहता है उसी प्रकार से संगीत भी लगातार चलता रहे, चलता रहे और बस चलता रहे और संगीत की मधुर ध्वनि हमे मन्त्र मुग्ध करती रहे।
इस कार्यक्रम के प्रथम सत्र के मुख्य प्रवक्ता डॉ0 रेणुका गंभीर भूतपूर्व एसोसिएट प्रोफेसर ने सितार वादन के राग सरस्वती की बारीकियों से भेद समझाए। दूसरे सत्र के मुख्य प्रवक्ता डॉ0 हरविंदर कुमार शर्मा ने प्रतिभागियों को संगीत के वर्तमान संदर्भ में दशा और दिशा की ओर सभी का ध्यान दिलाया।
इस मधुर कार्यक्रम का संचालन वाणिज्य विभाग के प्रो0 सुमनलता द्वारा किया गया। इस दौरान प्रो0 जे एस विर्क,प्रो0 सुभाष,प्रो0 शुभम,प्रो0 स्वरणजीत, प्रो0 रीमा संधू, प्रो0 राजीव गोयल, प्रो0 राजेंद्र कुमार, प्रो0 सपना गुप्ता, प्रो0 मनीषा, प्रो0 सपना सैनी, प्रो0 राकेश कुमार ने संगोष्ठी को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।