टीबी रोगियों को चिन्हित करने के लिए जिला ऊना में 8 फरवरी से सर्वेः डीसी *** टीबी के सबसे कम मामलों में जिला ऊना देश भर में नौंवे पायदान पर
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ऊना / 05 फरवरी / राजन चब्बा–
केंद्र और प्रदेश सरकार ने वर्ष 2025 तक देश को टीबी रोग मुक्त करने के लिए देश भर में टीबी उन्मूलन कार्यक्रम चलाया है। इसी के तहत जिला ऊना में टीबी के नए मामले तलाशने को 8 फरवरी से सर्वे किया जाएगा। यह जानकारी उपायुक्त राघव शर्मा ने आज एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
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उन्होंने आम जनता से इस सर्वे में सहयोग की अपील की है।डीसी ने कहा कि 8 फरवरी से जिला ऊना के पोलियां बीत, राम नगर, जोट, सासन व तेई गांवों में सबसे पहले सर्वे का कार्य किया जाएगा, ताकि टीबी के रोगियों की पहचान कर उन्हें सही समय पर इलाज दिया जा सके।
सर्वे के लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को ट्रेनिंग प्रदान की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर सर्वेक्षण के डाटा की जांच का कार्य 7 मार्च तक पूरा किया जाना है। अगर ऊना में टीबी के मामलों में 20 प्रतिशत की गिरावट आती है, तो जिला का ब्रॉन्ज मेडल पर दावा बनेगा।राघव शर्मा ने बताया कि टीबी के सबसे कम मामलों में जिला ऊना देश भर में नौंवे पायदान पर तथा प्रदेश में तीसरे स्थान पर है। वर्ष 2015 में 9 टेस्ट करने पर टीबी का एक मरीज सामने आता था, जबकि वर्ष 2016 व 2017 में 11 में से एक, वर्ष 2018 में 13 में से एक, वर्ष 2019 में 18 में से एक और वर्ष 2020 में किए गए 22 टेस्ट में से एक व्यक्ति टीवी का मरीज पाया गया।
उपायुक्त ने टीबी उन्नमूलन में इंडियन मेडिकल ऐसोसिएशन ऊना तथा दवा विक्रेता संघ से भी सहयोग देने की अपील की। बैठक में सीएमओ डॉ. रमण कुमार शर्मा, डॉ. अजय अत्री, आईएमए ऊना के अध्यक्ष डॉ. राकेश अग्निहोत्री, जिला पंचायत अधिकारी तिलक राज सहित अन्य उपस्थित रहे।-0-