ऊना / 02 दिसम्बर / राजन चब्बा
ऊना सदर भाजपा के मंडल अध्यक्ष हरपाल सिंह गिल, वरिष्ठ नेता रमेश भड़ोलियां, सागर दत्त भारद्वाज, मंडल महामंत्री अशोक धीमान, राहुल देव शर्मा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य तिलक राज सैनी, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी सुमीत शर्मा, जिला मीडिया प्रभारी विनय शर्मा, बीडीसी सदस्य रवि जैलदार, युवा मोर्चा महामंत्री अजय चौधरी ने नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और ऊना सदर के विधायक सतपाल सिंह रायजादा पर पलटवार करते हुए कहा है कि आज खनन पर हो हल्ला करने वाले यह वही लोग हैं, जिन्होंने अपने सत्ता काल में खनन माफिया को दोनों हाथों से हिमाचल को लूटने की खुली छूट प्रदान की थी।
उन्होंने कहा कि रायजादा किस खनन माफिया के खिलाफ सड़कों पर उतर कर ड्रामे कर रहे हैं, जिस खनन माफिया को उन्हीं की सरकार के तत्कालीन उद्योग मंत्री रहे मुकेश अग्निहोत्री ने रेवड़ियों की तरह लीजें बांटी थी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के समय में खनन माफिया पर नकेल कसी गई है। 3 साल के सरकार के इस कार्यकाल में खनन माफिया से करोड़ों रुपए चालान के जुर्माने के रूप में वसूल किए गए हैं। इतना ही नहीं खनन सामग्री को प्रदेश से बाहर ले जाने वाले 20 टायरी ट्रालों की एंट्री भी प्रदेश में बंद की गई है। कितनी ही जेसीबी और पोकलेन मशीनों को जब्त किया गया है।
उन्होंने कहा कि ऊना के विधायक रायजादा की हालत चोर मचाए शोर जैसी हो गई है। मात्र डेढ़ वर्ष पूर्व कांग्रेसी विधायक सतपाल सिंह रायजादा ने नंगड़ा के खनन माफिया पर शिकंजा कसने के विरोध में एसपी ऑफिस के अंदर घुसकर धरना दिया। वहीं उनका स्टाफ शराब कांड में पकड़ा गया। उन्होंने कहा कि विधायक सतपाल सिंह रायजादा को खनन को लेकर अपनी ही सरकार के पूर्व उद्योग मंत्री रहे मुकेश अग्निहोत्री से सवाल करना चाहिए। भाजपा नेताओं ने कहा कि पूर्व धूमल सरकार के समय झलेड़ा से लेकर सन्तोषगढ़ तक मात्र तीन खनन लीजें दी गई थी।
लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार के सत्ता में आने के बाद पूर्व उद्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने 55 खनन लीज प्रदान कर खनन माफिया के हाथ पूरी तरह खोल दिए थे, इन लोगों में अधिकतर पंजाबी लोगों को लीज देकर हिमाचल को लूटने की खुली छूट दे दी थी। कांग्रेस के पूर्व उद्योग मंत्री द्वारा दी गई वही लीज लेकर आज पंजाब के लोग न सिर्फ खनन गतिविधियों को बेलगाम अंजाम दे रहे हैं, बल्कि उन्होंने जिला में गुंडागर्दी भी फैला रखी है। उन्होंने कहा कि विधायक रायजादा को जयराम सरकार का आभार व्यक्त करना चाहिए कि खनन माफिया पर लगाम कसने के लिए सरकार ने प्रदेश की सीमाओं पर धर्म कांटे स्थापित करने की तैयारी शुरू की।
भाजपा नेताओं ने कहा कि खनन को लेकर आधी रात को सड़कों पर उतर कर ड्रामे कर रहे विधायक आज भी इस बात का जवाब नहीं दे पाए हैं कि पेखूबेला में हुए शराब कांड के दौरान उनके निजी सुरक्षा अधिकारी और उनके निजी सहायक को गिरफ्तार क्यों किया गया था। उन्होंने कहा कि दरअसल सतपाल सिंह रायजादा को अब अपनी राजनीतिक जमीन खिसकती हुई नजर आ रही है। ऐसे में सतपाल सिंह रायजादा अपने आप को सुर्खियों में बनाए रखने के लिए इस तरह के उल जलूल ड्रामे कर रहे हैं। भाजपा नेताओं ने कहा कि यदि सतपाल सिंह रायजादा सही मायनों में जनता की हितेषी हैं तो वह जनता को यह जरूर बताएं कि पेखूबेला के शराब कांड में उनके स्टाफ की क्या भूमिका थी और जिस व्यक्ति को उसे शराब कांड में पकड़ा गया था क्या वह कांग्रेस का कार्यकर्ता नहीं है।