ऊना / 10 दिसम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़ आज ऊना में जारी एक प्रेस्स ब्यान में करणी सेना के प्रदेश मंत्री रजत मनकोटिया ने कहा की पिछले आठ महीनो से देश का किसान सड़कों पर बैठा है और नैशनल मीडिया और केंद्र सरकार ने उनपर ध्यान तक नहीं दिया और आज जब किसान दिल्ली के दरवाज़े पर बैठ गए है तो सरकार ने वार्ता का दौर शुरू किया है पर सरकार के मंत्री ओर यहाँ तक कि ग्रह मंत्री अमित शाह भी किसान संगठनों को संतुष्ट नही कर पाए।
जब क़ानून किसानो के लिए है और किसान ये इससे खुश नही है तो ऐसे क़ानून का कोई मतलब नही है और अगर क़ानून को समवैधानिक तरीक़े से लागू किया जाता और दोनो सदनो में चर्चा होती तो आज ये दिन ना देखना पड़ता। आज सरकार एक ऐसा क़ानून किसानो को थोप रही है जिस क़ानून से किसान बड़ी कम्पनियों के ग़ुलाम हो जाएँगे जो की बिल्कुल ग़लत है और किसान भाई इसी का विरोध कर रहे है जो बिल्कुल सही है।
और जिस प्रकार से सरकार बार बार इस क़ानून को किसानो के पक्ष का बता रही है तो ये उन सब बुजुर्ग आंदोलनकारियों का अपमान होगा और ऐसा करने से देश का लोकतंत्र और अस्वस्थ होगा।
अगर सरकार देश में एक स्वस्थ लोकतंत्र चाहती है तो सरकार को शीघ्र ही ये क़ानून वापस लेने चाहिए।