ऊना / 29 नवंबर / राजन चब्बा
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश सरकार पर कड़ा हमला बोलते हुए कहा कि सरकार लगातार यू-टर्न लेकर जनता में अपनी स्थिति हास्य पद बना रही है। सरकार ने करोना को जिस प्रकार से आमंत्रित किया है यह अपने आप में प्रदेश के लिए शर्मनाक स्थिति हो गई है ,कियुकि प्रदेश बढ़ते मामलोँ में देश मे सबसे आगे है।मुकेश ने कहा कि करोना से निपटने के लिए सरकार के पास ना तो कोई विजन है ,ना ही कोई नीति है ।उन्होंने कहा कि आए दिन निर्णय बदलना सरकार की आदत बन गई है ।उन्होंने कहा कि आदेशों के बावजूद सरकारी स्तर पर और राजनीतिक स्तर पर भाजपा अपने कार्यक्रमों को बंद करने से बाज नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि लगातार बढ़ते करोना के मामले अपने आप में चिंतनीय स्थिति पैदा करते हैं ।उन्होंने कहा कि स्थिति के लिए प्रदेश सरकार का लचीला व बगैर जिम्मेदाराना रवैया जिम्मेदार है ।उन्होंने कहा कि भाजपा की लड़ाई के बीच मुख्यमंत्री जयराम एक कमजोर व थका यहां नेतृत्व बनकर रह गए है।मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने साफ किया है कि राजनीति से ऊपर उठकर वर्तमान समय में करोना से निपटना प्राथमिकता होना चाहिए, लेकिन उसके बावजूद सरकार को राजनीति से ही फुर्सत नहीं मिल रही ।उन्होंने कहा कि सरकार की असफलताओं पर बात होनी चाहिए ।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अपनी असफलताओं को छुपाना चाहती है। जबकि कांग्रेस पार्टी सरकार की असफलताओं पर आवाज बुलंद कर रही है और जनता के बीच भी जनविरोधी निर्णय को रख रही है ।उन्होंने कहा कि बिजली के मीटर लगाने के लिए अधिक शुल्क वसूलने पर हम ने विरोध किया और इस विरोध के बाद अब सरकार ने इस पर यू-टर्न लिया। उन्होंने ने कहा कि प्रदेश में बिजली के बिल जिन पर सब्सिडी खत्म की गई है उस पर भी सरकार को पुनर्विचार करते हुए जनता को राहत देनी चाहिए ,उन्होंने कहा कि बस किराए में बढ़ोतरी वापस होनी चाहिए । मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि स्कूल की फीस पर जिस प्रकार से ढिलमुल रवैया अपनाया जा रहा है उसमें सरकार को लॉकडाउन के पीरियड को लेकर के चाहे न्यायालय हो चाहे स्कूल हो अपना पक्ष साफ करना चाहिए ।मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि करोना कि जिस प्रकार से मामले बढ़ रहे हैं उसमें स्वास्थ्य सेवाएं दम तोड़ रही हैं यह चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि लोग अस्पताल जाना नहीं चाहते हैं और प्रदेश सरकार के मंत्री भी अस्पतालों से भागे हैं और अब वे मंत्री भी जनता को अपने नुस्खे बता रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि करोना संकट का सबसे बड़ा साइड इफेक्ट बेरोजगारी है अनेक लोग अपना रोजगार गवां चुके हैं ,उन लोगों को रोजगार देने के लिए कारगर कदम सरकार उठा नहीं पाई हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता अब समय आ गया है जनता के बीच जाकर सरकार की जनविरोधी नीतियों पर बात रखें, उन्होंने कहा कि यह वह समय है जिसमें कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने के लिए सभी को एकजुट होकर के कार्य करना होगा।
किसान को राष्ट्रविरोधी करार न दे भाजपा :मुकेश
नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि किसान आंदोलन कर रहे हैं वह मोदी सरकार के कृषि विधायकों पर स्थिति साफ चाहते हैं। उन्होंने कहा कि बजट में सरकार ने जो चीजें लिखी नहीं उसको लेकर के शंका है, किसान के हितों को बड़े व्यापारियों के पास बेचने का षडयंत्र रचा जा रहा है ,मुकेश ने कहा की भूमि किसान की और वीजाई व्यापारी की ऐसा नहीं होना चाहिए,उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य ,कृषि मंडीया को खत्म ना हो इसके लिए कांग्रेस पार्टी आवाज उठा रही है और हमारा पूरा समर्थन किसानों के साथ हैं, किसानों के साथ धक्काशाही सहन नहीं होगी, उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश से भी अनेक किसान इस आंदोलन में भाग ले रहे हैं, ऐसे में भाजपा इन किसानों को देश विरोधी करार देने का काम ना करें, यह किसान हैं उनकी बात सुनी जाए, उनके हितों की रक्षा की जाए । मुकेश ने कहा कि किसान को डंडा और चंद उद्योगपतियों को ठंडा यह देश की जनता देख रही है और समय आने पर माकूल जवाब देगी ।नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि यह आंदोलन किसान का है ,इसे राजनीति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए, जब किसान सड़क पर है किसान अपने हक की लड़ाई लड़ रहा है तो नैतिकता के आधार पर कांग्रेस का समर्थन इस आंदोलन को है और हम सरकार से यह मांग करते हैं कि केंद्र सरकार किसान की बात सुने और किसान विरोधी बिल को वापस लिया जाए।