ऊना / 24 नवम्बर / राजन चब्बा:
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के फलस्वरूप जिला में शिशु लिंगानुपात में बेहतर सुधार देखने को मिल रहा है। जि़ला ऊना में वर्ष 2011 में शिशु लिंगानुपात एक हजार लडक़ों के मुकाबले 874 लड़कियां था, वर्तमान में यह अनुपात बढक़र 928 हो गया है तथा भविष्य में बराबरी पर लाने के प्रयास सतत जारी रहेंगे। यह जानकारी आज एसडीएम ऊना सुरेश जसवाल ने पोषण अभियान के तहत खंड स्तरीय अभिसरण समिति तथा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत खंड स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
बैठक में पोषण अभियान के तहत चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा करते हुए सुरेश जसवाल ने कहा कि बच्चे के पहले तीन वर्ष स्तनपान, ऊपरी आहार, गृह भ्रमण सहित अति कुपोषित बच्चों की निगरानी पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। इसके साथ-साथ समस्त आंगनवाड़ी केंद्रों में कृषि विभाग से समन्वय स्थापित करके किचन गार्डन की व्यवस्था की जाए ताकि आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों, गर्भवती महिलाओं तथा धात्री महिलाओं को मौसमी फल और हरी पत्तेदार ताजी सब्जियां उपलब्ध हो सके। उन्होंने निर्देश दिये कि समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ग्राम सभा की बैठकों में हिस्सा लेकर इस अभियान के प्रति लोगों को जागरुक किया जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि सभी विभाग मिलकर पोषण अभियान के अंतर्गत की जाने वाली गतिविधियों को पूर्ण करना सुनिश्चित करें ताकि पात्र लाभार्थियों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि यदि किसी देश के बच्चे स्वस्थ होंगे तभी उस देश का भविष्य उज्जवल होगा।
बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी सतनाम सिंह, बाल विकास परियोजना अधिकारी कुलदीप सिंह दयाल, खंड चिकित्सा अधिकारी बलराम धीमान, एसडीओ आईपीएच होशियार सिंह व राजेश कुमार, सुखदेव सिंह , निर्मला देवी खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी ,जितेंद्र शर्मा तहसील कल्याण अधिकारी , बबली एमसी ऊना प्रतिनिधि , दीपक शर्मा इंस्पेक्टर सिविल सप्लाई ,पर्यवेक्षक नरेश देवी, सुमन बाला , कंचन देवी , वीना देवी, निर्मला देवी, जूनियर कार्यालय असिस्टेंट शशि भूषण जसवाल, पोषण ब्लॉक कोऑर्डिनेटर गुरमुख सिंह ,ब्लॉक असिस्टेंट साक्षी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित हुए ।
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