ऊना / 14 अक्तूबर / राजन चब्बा :
समेकित बाल विकास परियोजना के तहत जिला स्तरीय निगरानी व समीक्षा समिति की आज एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त ऊना डॉ. अमित कुमार शर्मा ने की। बैठक में उन्होंने कहा कि विभाग की बेटी है अनमोल योजना के तहत एक करोड़ रुपए से अधिक की आर्थिक सहायता जिला के 1783 लाभार्थियों को प्रदान की गई है। एडीसी ने कहा कि बेटी है अनमोल योजना के तहत प्रदेश सरकार की ओर से 12 हजार रुपए की सहायता राशि बीपीएल परिवारों में पैदा होने वाली बच्चियों को एफडी के रूप में प्रदान की जाती है।
डॉ. अमित कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत वर्ष 2020-21 में 6.63 लाख रुपए लाभार्थियों को प्रदान किए गए हैं। इसके अतिरिक्त बाल-बालिका सुरक्षा योजना में 20 लाख रुपए तथा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में 40 लाख रुपए से अधिक की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि जनवरी 2017 से सितंबर 2020 तक जिला ऊना में मातृ वंदना योजना के तहत कुल 12,771 पात्र महिलाओं को कुल राशि 5.67 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। अतिरिक्त उपायुक्त ने महिला एवं बाल विकास के अधिकारियों की योजना के अंतर्गत उपलब्धियों और प्रगति पर सराहना की तथा निर्देश दिए कि भविष्य में इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि कोई भी पात्र महिला लाभ से वंचित न रहे।
बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी सतनाम सिंह ने कहा कि मातृ वंदना योजना के कार्यान्वयन में जिला ऊना 1000 आबादी पर औसतन 59 लाभार्थी पंजीकृत कर प्रदेश भर में प्रथम स्थान पर है और इसके साथ-साथ बाल विकास परियोजना अंब 67 लाभार्थी प्रति 1000 की दर से पंजीकृत कर पूरे प्रदेश भर में प्रथम है। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत पात्र महिलाओं को पहले बच्चे के जन्म से पहले और बाद में तीन किस्तों में 5000 रुपए की राशि प्रदान की जाती है। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी सतनाम सिंह, जिला पंचायत अधिकारी रमण कुमार शर्मा, उप निदेशक बागवानी डॉ. सुभाष चंद, सभी सीडीपीओ, बीडीओ, हिमोत्कर्ष संस्था के अध्यक्ष जतिंदर कंवर तथा अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।-0-
जिला ऊना में घरेलू हिंसा के 160 मामले प्राप्त हुएः एडीसी
घरेलू हिंसा अधिनियम 2005 के अंतर्गत त्रैमासिक बैठक आज अतिरिक्त जिलाधीश ऊना डॉ. अमित कुमार शर्मा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में एडीसी ने कहा कि वर्ष 2019-20 के दौरान अधिनियम के अंतर्गत कुल 144 मामले प्राप्त हुए और अप्रैल 2020 से जून 2020 के दौरान 16 मामले प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि घरेलू हिंसा से संबंधित कुल 90 शिकायतें न्यायालय में दर्ज हुई व कुल 88 मामलों में संरक्षण अधिकारियों द्वारा डीआईआर न्यायालय में प्रस्तुत की गई। इस दौरान किसी भी व्यक्ति को मेडिकल सुविधा की आवश्यकता नहीं पड़ी और ना ही किसी को शेल्टर होम में भेजा गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी सतनाम सिंह ने कहा कि इस अवधि के दौरान जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण द्वारा कुल 49 मामलों में विधिक सहायता प्रदान की गई तथा कुल 53 मामले में न्यायालय द्वारा सुनवाई की गई। इस दौरान 77 मामले शिकायतकर्ताओं ने वापस लिए। -0-
जिला ऊना में 243 सशक्त महिला केंद्र स्थापित
सशक्त महिला योजना के अंतर्गत जिला स्तरीय त्रैमासिक बैठक का आयोजन अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. अमित कुमार शर्मा की अध्यक्षता में हुआ। बैठक में डॉ. अमित ने कहा कि सशक्त महिला योजना के अंतर्गत जिला में कुल 243 सशक्त महिला केंद्रों की स्थापना की गई है, जिनमें संबंधित पर्यवेक्षक सशक्त स्त्री अधिकारी के तौर पर नियुक्त किए गए हैं। इस योजना के अंतर्गत 11 से 18 वर्ष की किशोरियों तथा 19 से 45 वर्ष की महिलाओं को लाभान्वित करने का प्रावधान है। इस योजना को प्रदेश भर में ग्राम पंचायत स्तर पर विभिन्न विभागों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग, को-ऑपरेटिव बैंक, कौशल विकास निगम तथा अन्य सरकारी विभागों से समन्वय स्थापित कर लागू किया जा रहा है।जिला कार्यक्रम अधिकारी सतनाम सिंह ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे अवगत करवाया जा रहा है तथा उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए बैंकों से जोड़कर तथा उन्हें कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों के विक्रय के लिए पर्यटन विभाग, मंदिर ट्रस्ट, उद्योग विभाग व अन्य अभिकरणों से जोड़कर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त व स्वावलंबी बनाया जा रहा है।-0-