कृषि संबंधी विधेयकों पर मतदान के अधिकार का हनन संविधान का खुला उल्लंघन- किसान सभा
ऊना / 25 सितम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
अखिल भारतीय किसान सभा और देश के 300 से ज्यादा संगठन आज देश के हर कोने में प्रदर्शन में कृषि संबधी पास करवाये विधेयको के खिलाफ आन्दोलन का आह्वान किया है। इसी सबंध में जिला ऊना में प्रदर्शन किया गया और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन जिलाधीश महोदय ऊना के माध्यम से दिया गया। अखिल भारतीय किसान सभा राज्यसभा के उपसभापति श्री हरिवंश नारायण सिंह द्वारा कृषि संबंधी विधेयकों पर सदस्यों के मतदान के अधिकार की उपेक्षा और बिलों को ध्वनि मत से पारित घोषित किया जाने पर विरोध दर्ज करतीं है। यह संसदीय लोकतंत्र के अंत के अलावा और कुछ नहीं है। यद्यपि विपक्ष में सदस्यों ने विभाजन की मांग की, उन्हें उपसभापति द्वारा वोट देने की अनुमति नहीं दी गई। इस तरह की तिकड़म- बाजी शर्मनाक है और कॉर्पोरेट हितों के लिए आरएसएस-भाजपा नेतृत्व वाली मोदी सरकार के इशारे पर अधिनायकवादी फासीवादी व्यवहार को एक लोकतंत्र में कतई भी इज़ाजत नहीं दी जा सकती। प्रधान मंत्री और उनकी सरकार को संविधान का सम्मान करते हुए लोकतांत्रिक व्यवहार करना सीखना चाहिए। विपक्ष के सांसदों द्वारा उपसभापति के खिलाफ अविश्वास भी प्रस्ताव दिया गया।
सत्तारूढ़ गठबंधन के कई सांसद जिनमें तेलंगाना राष्ट्र समिति, अखिल भारतीय द्रविड़ मुन्नेत्तकम आदि शामिल हैं, ने भी कृषि विधेयकों के खिलाफ जोरदार बात की थी और सरकार के पास नैतिक रूप से उच्च सदन में इन विधेयकों पर बहुमत नहीं था। यह मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ किसानों के बीच जागृति के आधार पर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे राजनीतिक ध्रुवीकरण का संकेत है।
अखिल भारतीय किसान सभा देश भर के किसानों और आम जनता से, आरएसएस-भाजपा की नापाक भूमिका को उजागर करने तथा राजग सरकार को संसदीय प्रणाली भ्रष्ट वह नष्ट से रोकने के लिए आगे आने की अपील करती है। यह कॉर्पोरेट हित के लिए आरएसएस-भाजपा नेतृत्व के पुर्णतः समर्पण का उदाहरण है। संसद सदस्यों के मतदान के अधिकारों की उपेक्षा करके विधेयकों को पारित करने की घोषणा संसदीय कार्यवाही की प्रथाओं के अनुसार अवैध व अमान्य है और 20 सितंबर को भारतीय संसद एवं पूरे किसान वर्ग काले दिवस के रूप में याद करेगे । इस किसान विरोधी कदम का जवाब देने के लिए किसान सभा ऊना देश के सभी किसानों के संघर्षो का पूरी तरह से समर्थन करते हुए 25 सितंबर, 2020 के अखिल भारतीय विरोध दिवस को देश भर में शानदार सफल बनाते हुए सभी विधेयको को वापसी का अनुरोध करती हैं। और आगे के लिए कानूनों को रद्द करने तक आम जनता को शामिल करते हुए लड़ाई जारी रहेगी।
इस प्रदर्शन का नेतृत्व कामरेड के के राणा प्रधान जिला किसान सभा ने किया इस प्रदर्शन में शामिल कामरेड गुरनाम सिंह जिला सचिव सीटू, मनोज प्रधान लयुमनिस वर्कर युनियन, सुरेन्द्र शर्मा, शिव कुमार द्विवेदी, राजा राम, विकास दता, संदीप शर्मा, पवन कुमार, शाम लाल, सुचचा राम, करनैल सिंह, लेख राज,जसवीर, विजय कुमार, राकेश कुमार, विजय, लवदीप, सतीश चौधरी, परलाद, ओ पी सिधू, नरेगा से रानी देवी, सन्तोष, उर्मिला आदि शामिल हुए।