पॉलिटेक्निक कॉलेज अम्बोटा में 6 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर शुरू
ऊना / 4 सितम्बर / न्यू सुपर भारत
डॉ बीआर अम्बेडकर राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज अम्बोटा में मिस्री, कारपेंटर एवं बार-बाइंडर के 6 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रदीप कुमार की अध्यक्षता किया गया। उन्होंने बताया कि शिविर आयोजित करने का मुख्य उद्देशय मिस्री, कारपेंटर, और बार बाइंडर को महत्वपूर्ण ज्ञान और कौशल प्रदान करना है जिससे वे सुरक्षित और गुणवत्ता वाले भवन निर्माण कर सकें। हिमाचल प्रदेश में अधिकांश भवन गलत ढंग से डिजाइन एवं निर्माण किये गए हैं। गलत डिज़ाइन से बनाई गई आरसीसी सरंचनाओं के गिरने का हर समय खतरा बना रहता है जिसका जीवन्त उदाहरण हम इस बर्ष के मानसून सीजन एवं पिछले कई बर्षों में देख चुके है।
जीवन भर की कमाई से बने भवन एवं घर ताश की पत्तों की तरह ढह जाते हैं। हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक स्थिति एवं जोखिम को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा मिस्री कारपेंटर एवं बार बाइंडर को भूकंप रोधी भवन बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह सुनिश्चित है की आगामी बर्षों में अप्रशिक्षित मिस्री कारपेंटर एवं बार बाइंडर को सरकारी योजनाओं (मनरेगा व पंचायती राज) में कार्य करने का अवसर प्रदान नहीं किया जायेगा एवं आम जनता भी अप्रशिक्षित मिस्री कारपेंटर एवं बार बाइंडर के भरोसे में अपनी जीवन भर की जमा पूंजी एवं अपने परिजनों की जान जोखिम में नहीं डालना चाहेंगे।
इस प्रशिक्षण शिविर में विकास खंड अम्ब के नारी चिंतपूर्णी, घंघरेट, भटेड़, टकारला एवं लोहरा अप्पर पचायतों से प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रशिक्षण शिविर में जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय से उपस्थित प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण समन्वयक सुमन चाहल ने सभी प्रतिभागियों को आपदा प्रबंधन के मूल विषयों के बारे में बताया। उन्होंने बताया इस प्रशिक्षण शिविर में लिखित ज्ञान के साथ -साथ प्रैक्टिकल ज्ञान भी प्रतिभागियों को प्रदान किया जाएगा। इस प्रशिक्षण शिविर मेंजिला ऊना के मिस्री, कारपेंटर, और बार बाइंडर भाग लेकर अपना कौशल विकास कर सकते है। प्रशिक्षण शिविर में सभी दिन हाजिर होने पर प्रतिभागियों को मानदेय, एक दिन का आने जाने का किराया एवं प्रशिक्षण प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए प्रतिभागी जिला ऊना का स्थाई निवासी होना चाहिए।
उन्होंने बताया कि अधिक जानकारी आपदा प्रबंधन कार्यालय के टोल फ्री नंबर 1077 से भी प्राप्त की जा सकती है।
इस अवसर पर सिविल इंजीनियरिंग विभाग से सुशील कुमार प्रवक्ता, मनोज कुमार प्रवक्ता, दीपिका पंडित प्रवक्ता, मुनीश कुमार प्रवक्ता भी उपस्थित रहे।