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नशामुक्त ऊना टास्क फोर्स कमेटी की प्रथम त्रैमासिक समीक्षा बैठक आयोजित  

ऊना / 4 अगस्त / न्यू सुपर भारत

नशामुक्त ऊना अभियान के तहत गठित टास्क फोर्स समिति की त्रैमासिक समीक्षा बैठक का आयोजन शुक्रवार को डीआरडीए सभागार में किया गया। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त राघव शर्मा ने की। उन्होंने बताया कि ज़िला में नशाखोरी पर की गई रिसर्च में कई चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं, जिसके अनुसार नशे की चपेट में आने वाले वे बच्चे हैं, जिन्होंने पहला नशा 9 से 15 वर्ष की आयु में प्रथम बार चखा था। ऐसे में मादक द्रव्यों के प्रति बच्चों को सचेत करने के लिए अभिभावकों के साथ-साथ शिक्षक वर्ग की भूमिका को महत्व दिया गया है। 

उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत प्रत्येक स्कूल के एक शिक्षक को प्रशिक्षित करने के लिए 287 शिक्षकों को मैंटोर के रूप में चयनित किया गया है, जो नियमित रूप से बच्चों के साथ काउंसलिंग करके उन्हें जागरुक करेंगे। इसके अलावा पीटीएम के दौरान अभिभावकों के साथ भी काउंसलिंग की जाएगी ताकि माता-पिता बच्चों के व्यवहार के प्रति सचेत रहें। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत गत तिमाही में 30 स्कूलों के 2,592 विद्यार्थियों का बेसलाइन सर्वे करके नशे से सम्बन्धित डाटा एकत्रित किया गया है जिसको संकलित कर एक प्रभावशाली कार्ययोजना तैयार की जाएगी। इसके अतिरिक्त ज़िला में 10 स्वास्थ्य संस्थान नशा निवारण के उपचार हेतु चयनित किये गये हैं, जिनमें 15 चिकित्सक व 15 नर्सों को शामिल किया गया है। 

उपायुक्त ने बताया कि नशामुक्त ऊना अभियान को सामूहिक अभियान बनाने के लिए परिवार से लेकर पुलिस, प्रशासन, स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योग इत्यादि सभी विभागों को शामिल किया गया है। इसके अतिरिक्त आंगवाड़ी कार्यकर्ता व आशावर्कर को भी प्रशिक्षित किया गया है ताकि नशाखोरी गतिविधियों की वार्ड स्तर पर जानकारी सम्बन्धित विभाग तक पहुंचाई जा सके।  

बैठक में एडीसी ऊना महेन्द्रपाल गुर्जर, डीएसपी अजय ठाकुर, सभी उपमण्डलाधिकारी व बीडीओ, गंुजन संस्थान के कार्यकारी निदेशक संदीप परमार, रिसोर्स पर्सन नशामुक्ति अभियान विजय कुमार व पंकज पंडित, सीएमओ डॉ. संजीव वर्मा व ज़िला कल्याण अधिकारी अनीता व आरटीओ राजेश कौशल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियांे ने भाग लिया। 

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