नशा मुक्त अभियान के तहत रावमापा संतोषगढ़ में बच्चों को नशे के प्रति किया जागरूक
ऊना / 19 जून / न्यू सुपर भारत
हिमाचल प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्रारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय संतोषगढ़ में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों को नशीली दवाओं दुरूपयोग तथा मादक पदार्थों से होने वाले दुष्प्रभावों बारे जागरूक किया गया। इस बारे जानकारी देते हुए राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अनिता शर्मा ने बताया कि यह नशा मुक्ति अभियान राज्य के सभी जिलों में चलाया जा रहा है। अनिता शर्मा ने बताया कि किशोरवस्था के बच्चे चंचल स्वभाव के होते हैं तथा उन्हें सही जानकारी न होने पर आसानी से गुमराह किया जा सकता है।
आज के दौर में बच्चें नशे के इस जाल में फंस रहे है तथा मादक द्रव्यों, तंबाकू उत्पाद के अलावा अन्य अवैध दवाओं का इस्तेमाल कर रहे हंैै। उन्होंने कहा कि बच्चों के अभिवावकों का यह मूल दायित्व बनता है कि वे अपने बच्चों की दिनचर्या पर ध्यान दें, ताकि बच्चें अपनी ऊर्जा का दोहन पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी करें।अनीता शर्मा ने बताया कि कि नशा किस तरह से आदमी के जीवन को खत्म कर देता है। नशा मुनष्य को मानसिक व शारीरिक रूप से विकलांग बना देता है। साथ ही उन्होंने कहा कि बच्चे, बड़े व बुजुर्ग अगर इस नशे की चपेट में आ चुके हैं तो उन्हें समाज से अलग न करें बल्कि उन्हें पुर्नवास में मदद करने एवं नशा मुक्ति में पे्ररणा देकर उनका सहयोग करें।
इस अभियान का संक्षिप्त उद्देश्य नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रोपिक पदार्थों के संबध में कानूनी प्रावधानों, विभिन्न कार्यक्रमों, नीतियों और योजनाओं के साथ-साथ नशीली दवाओं के दुरूपयोग के दुष्प्रभाव की रोकथाम एवं, माता-पिता, बच्चों और शिक्षकों के बीच जागरूकता फैलाना है। अनिता शर्मा ने कहा कि इलेक्ट्रोनिक और पिं्रट मीडिया के माध्यम से जागरूकता और नशीली दवाआंे के हस्तक्षेप तथा रोकथाम के लिए जमीनी स्तर पर पंचायती राज एवं स्थानीय निकायों का सहयोग जरूरी है।कार्यक्रम में कृपा संस्था नशा मुक्ति केंद्र के युवक ने स्कूल में अपने विचार प्रकट कर अपने अनुभव साझा भी किए।ं इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग से डाॅ आयशा एवं ड्रग इन्सपेक्टर रजत शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।