त्यौहारी सीजन में मटौर बाईपास रोड़ को बंद करने पर भड़के कांगड़ा के व्यापारी
व्यापारियों का सुझाव रात को या दिवाली के बाद हो टायरिंग, मार्ग बंद हुआ तो सड़कों पर आ सकते है व्यापारी
कांगड़ा / 20 अक्तूबर / एनएसबी न्यूज़
कांगड़ा जिला प्रशासन द्वारा मटौर बाईपास रोड़ को 22 अक्तूबर से 25 अक्तूबर तक वाहनों की आवाजाही बंद किये जाने के निर्देश पर कांगड़ा के व्यापारियों ने कड़ा रोष जताया है। व्यापारियों का तर्क है कि त्यौहारी सीजन में कांगड़ा जिला प्रशासन का निर्णय कांगड़ा के व्यापार के हित में नही है और इस निर्णय पर कांगड़ा जिला प्रशासन दोबारा से विचार करे और दिवाली के बाद या रात के समय टायरिंग के लिए मटौर बाईपास रोड़ को बंद किया जाये।
मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को जिला दण्डाधिकारी कांगडा राकेश कुमार प्रजापति द्वारा इनवेस्टर मीट के दृष्टिगत कांगडा बाय पास से मटौर रोड तक टायरिंग के कार्य के चलते 22 अक्तूबर से 25 अक्तूबर 2019 तक मार्ग को बंद करने का निर्देया जारी कर दिया है। जिला कांगड़ा प्रशासन का निर्णय ऐसा समय में आया है कि जब त्यौहारी सीजन को मात्र एक सप्ताह ही बचा है और ऐसे में मार्ग ही बंद कर दिया जाएगा तो व्यापारियों को लाखों का नुकसान उठाना पड़ सकता है। मटौर बाईपास मार्ग 25 अक्तूबर तक बंद रहेगा और ऐसे में 25 अक्तूबर को धनतेरस तक कांगड़ा में खरीददार कहां से आएगें। कांगड़ा जिला प्रशासन के इस निर्णय पर व्यापारियों ने आवाज बुलंद कर दी है और इस संबंध में कांगड़ा व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंडित वेद प्रकाश शर्मा का कहना है कि व्यापारियों ने इस संबंध में उनसे संपर्क साधा है और कल ही इस संबंध में जिला कांगड़ा दंडािकारी से बात करेगें।
जिला प्रशासन के निर्णय से इस अविध में यातायात के लिए वैकिल्पक मार्ग कांगडा बाय पास रोड, कांगडा टांडा रोड(तहसील चौक), जोगीपुर से रिहालपुर रोड छोटे वाहनों के लिए तथा कांगडा जमानाबाद समीरपुर रोड की ओर डाइवर्ट किया गया है। कांगड़ा नगर एक व्यवसायिक केन्द्र है और ऐसे में त्यौहारी सीजन में तीन दिनों के लिए मुख्य मार्ग को बंद कर दिया जाये तो कांगड़ा का व्यवसाय ही चौपट हो जाएगा। व्यापारियों का कहना है कि जिला प्रशासान सड़क की टायरिंग रात को भी करवा सकता है और इस दौरान मार्ग को बंद करे तो व्यापारियों को कोई दिक्कत नही है। इस संबंध में व्यापारियों का रोष बढ़ता जा रहा है और जिला प्रशासन ने अपने निर्णय पर विचार नही किया तो व्यापारियों का प्रशासन के साथ टकराव की स्थिति बन सकती है और इस मामले में सरकार को हस्तक्षेप कर व्यापारियों के हितों के देखते हुये टायरिंग के कार्य को दिवाली के बाद या रात को करवाने का निर्णय लेना होगा।