शिमला / 28 नवंबर / न्यू सुपर भारत /
लंबे सूखे से प्रभावित हुए किसान, पर्यटन और पेयजल योजनाओं पर भी पड़ा असर
हिमाचल प्रदेश में पिछले 58 दिनों से बारिश का कोई खास असर नहीं हुआ है, जिसके कारण किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। सूखा पड़ने के कारण कृषि कार्यों में देरी हो रही है, जबकि प्रदेश के पर्यटन कारोबार और पेयजल योजनाओं पर भी संकट मंडरा रहा है।
मौसम विभाग ने जताया 30 नवंबर और 1-2 दिसंबर को बर्फबारी का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 30 नवंबर और 1 व 2 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश के ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी हो सकती है। हालांकि, राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम साफ रहेगा और बारिश के कोई आसार नहीं हैं।
2016 के बाद सबसे कम बारिश, 0.9 मिलीमीटर ही हुई वर्षा
इस साल अक्टूबर और नवंबर में हिमाचल प्रदेश में केवल 0.9 मिलीमीटर बारिश हुई, जो 2016 के बाद सबसे कम है। इस बार की बारिश, पिछले 30 सालों में दूसरी सबसे कम बारिश मानी जा रही है, जो राज्य के लिए चिंता का विषय है।
वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कमजोर होने से प्रदेश में नहीं आई बारिश
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि इस साल मानसून के बाद वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) कमजोर पड़े, जिसकी वजह से राज्य में बारिश नहीं हो पाई। ये वेस्टर्न डिस्टरबेंस बिना बारिश किए सीधे लेह-लद्दाख की ओर चले गए।
आने वाले दिनों में मौसम रहेगा साफ, केवल ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी
कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि आगामी दिनों में भी प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में मौसम साफ रहेगा, जबकि केवल उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में ही हल्की बर्फबारी की संभावना है।