जिला में कन्या भ्रूण हत्या व लिंग जांच जैसी एक भी घटना नहीं होनी चाहिए : डीसी
फतेहाबाद / 31 अगस्त / न्यू सुपर भारत
उपायुक्त जगदीश शर्मा ने महिला एवं बाल विकास विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे जिला में लिंगानुपात में और अधिक सुधार को लेकर छापेमारी अभियान में तेजी लाएं। जिला में कहीं भी लिंग जांच या कन्या भ्रूण हत्या जैसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। लिंग जांच या कन्या भ्रूण हत्या किए जाने की सूचना मिलने पर पुलिस को साथ लेकर तुरंत प्रभाव से कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या करने वालों की जगह जेल में सलाखों के पीछे होनी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए कि जिला फतेहाबाद में बेटी के जन्म पर जिला प्रशासन की तरफ से उनके घर जाकर मिठाई, बधाई पत्र व 1100 रुपये प्रोत्साहन के तौर पर दिए जाएंगे।
उपायुक्त श्री शर्मा बुधवार को लघु सचिवालय स्थित सभागार में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा क्रियांवित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से महिलाओं व छोटे बच्चों के स्वास्थ्य लाभ के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं।
इन योजनाओं का लाभ महिलाओं को समय पर मिलना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आपकी बेटी हमारी बेटी, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना आदि विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए संबंधित महिलाओं की दस्तावेजों को पूर्ण करवाया जाए, जिसमें परिवार पहचान पत्र, बैंक खाता नंबर व आधार कार्ड आदि का जुडऩा जरूरी होता है ताकि संबंधित पात्र महिला को सरकार की योजनाओं की सहायता राशि उनके बैंक खाते में सीधे प्राप्त हो सके।
इसी प्रकार से स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी गर्भवती महिलाओं व नवजात बच्चों के स्वास्थ्य का चैकअप किया जाता है जो कि समय पर होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ-साथ बच्चों का भी स्वस्थ होना जरूरी है। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि एनीमिया से ग्रस्त बच्चों को सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ जरूर दिया जाए, ताकि वे सामान्य बच्चों की श्रेणी में आ सके। इसी प्रकार से नवजात बच्चों का वजन व हाइट भी निर्धारित समय पर जांची जानी चाहिए।
इसके लिए नवजात बच्चों के अभिभावकों को भी जागरूक किया जाए।
उपायुक्त जगदीश शर्मा ने निर्देश दिए कि जिला में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र के भवनों में बिजली, स्वच्छ पेयजल व शौचालयों की समूचित व्यवस्था हो। यदि किसी केंद्र में इन सुविधाओं का अभाव है, तो उनको तुरंत प्रभाव से पूरा किया जाए।
इसके लिए उन्होंने विकास एवं पंचायत विभाग के अधिकारियों को भी तुरंत कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने कहा कि ड्रोप आउट बच्चों की पहचान की जाए और उनको वापिस स्कूलों में दाखिला दिलवाया जाए।
उपायुक्त ने बैठक के दौरान वन स्टॉप सेंटर (सखी) के माध्यम से जरूरतमंद महिलाओं को प्रदान की जाने वाली सहायता की भी समीक्षा की और सेंटर की प्रभारी को निर्देश दिए कि पीडि़त महिलाओं/लड़कियों को उचित पुलिस सहायता व आश्रय दिलाया जाए। उन्होंने पोक्सो एक्ट के तहत दर्ज की जाने वाले मामलों की भी समीक्षा की और निर्देश दिए कि ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया जाए।
इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. दर्शना सिंह ने उपायुक्त को बताया कि जिला में प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत जनवरी 2017 से अब तक 29 हजार 370 महिलाओं को सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली राशि मुहैया करवाई जा चुकी हैं।
इसी प्रकार से गर्भवती महिलाओं व नवजात बच्चों का निर्धारित समय पर स्वास्थ्य चैकअप किया जाता है। उन्होंने बताया कि हर साल सितंबर माह को पोषण अभियान के रूप में मनाया जाता है, जिसमें महिलाओं को सही पोषण की जानकारी दी जाती हैं। इसके साथ-साथ बच्चों व महिलाओं को स्वच्छता के प्रति भी जागरूक किया जाता है।
बेटी के जन्म पर जिला प्रशासन द्वारा घर जाकर दी जाएगी मिठाई, बधाई पत्र व 1100 रुपये
बैठक के दौरान उपायुक्त ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को और अधिक प्रबल बनाने के लिए अक्टूबर माह से जिला में जन्म लेने वाली बेटियों की माताओं को उनके घर पर जाकर जिला प्रशासन की तरफ से मिठाई व बधाई पत्र दिया जाए।
इसके साथ ही उनको 1100 रुपये प्रोत्साहन के तौर पर दिए जाएं। बेटी को जन्म को एक उत्सव के रूप में मनाया जाए। जिस घर में बेटी जन्म लें, उनके माता-पिता को प्रदेश व केंद्र सरकार द्वारा लड़कियों के लिए चलाई जा रही शिक्षा से संबंधित योजनाओं के बारे में जानकारी दी जाए। उनको बताया जाए कि वर्तमान में बेटी परिवार व समाज पर किसी प्रकार का बोझ नहीं है।
इस दौरान बैठक में एडीसी अजय चोपड़ा, एसडीएम राजेश कुमार, सीटीएम सुरेश कुमार, जिप सीईओ कुलभूषण बंसल, जिप अतिरिक्त सीईओ अमित कुमार, डीईओ दयानंद सिहाग, वन स्टॉप सेंटर प्रभारी रेणू सहित संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।