हमीरपुर / रजनीश शर्मा
सोमवार को हमीरपुर के एस॰डी॰एम॰ कोर्ट के बाहर पूरा दिन शादी का ड्रामा चलता रहा लेकिन जैसे ही कोर्ट मैरिज की फ़ाईल सबमिट करने का वक़्त आया कन्या पक्ष मुकर गया।
मिली जानकारी के अनुसार हमीरपुर नगर के साथ लगते एक गाँव की लड़की का दिल विदेश में रह रहे युवक को भा गया।लड़का शाहतलाईकी तरफ़ से है और मालद्वीप में नौकरी करता है। इस बारे लड़के ने अपने माँबाप से बात की तो उन्होंने बात आगे बढ़ाई। आख़िर लड़की के रिश्तेदार व अभिभावक भी कोर्ट मैरिज को राज़ी हो गये। बात ओके होते ही दूल्हा भी मालद्वीप से बीस दिन की छुट्टी लेकर घर पहुँच गया। सोमवार को हमीरपुर एसडीएम कोर्ट में मैरिज ऑफ़िसर के पास विवाह की रजिस्ट्रेशन की फ़ाईल सबमिट करवाने दूल्हा व दुल्हन पक्ष के लोग पहुँच गये।
मैरिज कोर्ट में उन्हें मैरिज एक्ट की सेक्शन 5 के बारे में बताया गया। एक्ट में में स्पष्ट लिखा है कि एक महीने की नोटिस अवधि रहेगी। इसमें मैरिज ऑफिसर अपने नोटिस बोर्ड पर शादी की सूचना चस्पा कर आपत्ति आमंत्रित करेगा। अगर आपत्ति आती है तो उस पर विचार होगा और नहीं आती है तो तीन गवाहों के समक्ष शादी हो जाएगी।
दुल्हन पक्ष चट मँगनी पट विवाह की स्थिति में दिखे और उन्हें एक माह की अवधि बहुत लम्बी लगी। हालाँकि दूल्हा दुल्हन एसडीएम कोर्ट में ही विवाह रजिस्टर करवाना चाहते थे लेकिन दुल्हन पक्ष के लोग नहीं माने । इस खींचतान में काफ़ी लोग भी इस शादी के ड्रामे में शामिल हो गये। दोनों पक्ष मिनी सचिवालय के गेट पर भी मामला सुलझाने की कोशिश करते दिखे। पता चला है कि बाद में वह सोमवार शाम को किसी मंदिर में जाकर शादी की रस्में पूरी करने को राज़ी हो गये।