विधायकों , मंत्रियों के यात्रा भत्ता बिल तुरन्त वापिस लिया जाए
—स्वाभिमान पार्टी ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
पालमपुर । जसवंत
विधायकों एवं मंत्रियों के यात्रा भत्ता बिल बढ़ाए जाने को लेकर स्वाभिमान पार्टी द्वारा एसडीएम पालमपुर के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा गया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार एवं विपक्ष के द्वारा मिलकर विधायकों एवं मंत्रियों के यात्रा भत्ता चार लाख करने का प्रस्ताव पारित किया गया है जो बिल सरासर गलत तथा प्रदेश की जनता के हितों पर कुठाराघात है । उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता पहले ही 49 हजार करोड़ रुपयों के ऋण तले दबी हुई है तथा प्रदेश सरकार को अपना कार्य चलाने के लिए तीन चार महीने के बाद ऋण लेना पड़ रहा है। लेकिन इसके बावजूद मंत्री तथा विधायक अपने यात्रा भत्ता बढ़ा रहे हैं । उन्होंने कहा कि उससे प्रदेश की जनता पर अनावश्यक आर्थिक बोझ पड़ेगा तथा उनकी मौज मस्ती बढ़ेगी। उन्होंने मांग की कि इस बिल को वापस लिया जाए तथा किसी सरकारी कर्मचारी की पेंशन बंद है तो विधायकों की पेंशन का भी कोई औचित्य नहीं है तथा उनकी पेंशन भी बंद की जाए, साथ ही उन्होंने मांग की कि अगर आम नागरिक 399 में 84 दिन के लिए अनलिमिटेड कॉल कर सकता है तो विधायकों को मासिक 15 हजार फोन का भत्ता देना अन्यायपूर्ण है तथा उनके फोन के भत्ते में भी कटौती की जाए। इस अवसर पर रमेश भाऊ, डॉक्टर स्वरूप सिंह राणा, बलदेव राज सूद, विवेक कुमार, प्रीतम हिंदुस्तानी, बालमुकुंद विशेष रूप से उपस्थित रहे।