स्वस्थ लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा और रोगियों के रोग को दूर करेगा आयुष हमीरपुर जिला में भी आरंभ हुआ ‘आयुष घर-द्वार’ अभियान का दूसरा चरण
हमीरपुर / 08 जून / न्यू सुपर भारत
कोरोना संक्रमित मरीजों के बेहतर स्वास्थ्य लाभ के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा आरंभ किए गए ‘आयुष घर-द्वार’ अभियान के पहले चरण के बहुत ही सकारात्मक परिणामों को देखते हुए इस अभियान का दूसरा चरण भी शुरू कर दिया गया है। हमीरपुर जिला में भी 7 जून से दूसरे चरण की शुरुआत कर दी गई है।
जिला आयुष अधिकारी डॉ. सरिता राणा ने बताया कि अभियान के दूसरे चरण का उद्देश्य ‘स्वस्थस्य स्वास्थ्य रक्षकं आतुररस्य विकार प्रशमनं च’ यानि स्वस्थ व्यक्ति के स्वास्थ्य की रक्षा करना और रोगियों के रोग को दूर करना है। डॉ. सरिता राणा ने बताया कि अभियान के दूसरे चरण के लिए चार ग्रुप बनाए गए हैं। पहले ग्रुप में आम लोगों और किन्हीं कारणों से कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को शामिल किया गया है।
दूसरे ग्रुप में कोरोना संक्रमित मरीज, तीसरे ग्रुप में वृद्ध लोग, 6 वर्ष से अधिक आयु के बच्चे, गर्भवती एवं धात्री महिलाएं, आयुर्वेदिक चिकित्सक एवं कर्मचारी रखे गए हैं। चौथे ग्रुप में कोरोना संक्रमण के बाद स्वस्थ हुए लोग शामिल किए गए हैं।
जिला आयुष अधिकारी ने बताया कि ‘आयुष घर-द्वार’ अभियान का पहला चरण कोविड केयर सेंटरों में दाखिल कोरोना मरीजों और घरों में आइसोलेट किए गए संक्रमित लोगों के लिए बहुत ही लाभदायक सिद्ध हुआ है। जिला में 14 मई को आरंभ किए गए पहले चरण के दौरान वर्चुअल समूहों के माध्यम से कोरोना संक्रमित मरीजों को प्रतिदिन सुबह-शाम योग व ध्यान क्रियाओं के साथ-साथ दिनचर्या, ऋतुचर्या और स्वास्थ्य से संंबंधित कई अन्य पहलुओं से भी अवगत करवाया गया। इस दौरान आयुर्वेदिक चिकित्सकों और आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षित योग शिक्षकों ने मरीजों की समस्याओं का समाधान किया।
अभियान की शुरुआत में जिला में 75 वर्चुअल समूहों के माध्यम से कुल 662 कोरोना संक्रमित मरीजों को जोड़ा गया था। 22 मई को इन समूहों की संख्या 84 तथा मरीजों की संख्या 1820 तक पहुंच गई। 7 जून तक इन समूहों में जुडऩे वाले लोगों की कुल संख्या 3059 हो गई। डॉ. सरिता राणा ने बताया कि अब ‘आयुष घर-द्वार’ अभियान के दूसरे चरण का उद्देश्य सभी लोगों तक आयुर्वेद, योग और ध्यान क्रियाओं का लाभ पहुंचाना है।