January 6, 2025

सुरेश भारद्वाज ने बचत भवन में ग्रेटर विशाखापटनम नगर निगम के प्रतिनिधि मण्डल को संबोधित किया

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शिमला / 17 अगस्त / न्यू सुपर भरत

हिमाचल प्रदेश अस्तित्व में आने के उपरांत वर्तमान समय तक विभिन्न क्षेत्रों मंे अनेक उपलब्धियां हासिल कर भारत के शीर्ष राज्यों में शामिल हुआ है। यह विचार आज शहरी विकास, आवास, नगर नियोजन, संसदीय कार्य, विधि एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बचत भवन में ग्रेटर विशाखापटनम नगर निगम के प्रतिनिधि मण्डल को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।

उन्होंने कहा कि छोटा राज्य होने के बावजूद 1948 से वर्तमान समय तक हिमाचल प्रदेश असंख्य कीर्तिमान स्थापित करते हुए एक मजबूत व उन्नत राज्य के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा कि 1948 में साक्षरता दर 4.8 प्रतिशत थी, जो वर्तमान में 99 प्रतिशत है। प्रदेश में 350 शैक्षणिक संस्थान थे वर्तमान में 19 हजार केवल विद्यालय ही है।

उन्होंने कहा कि 250 किलोमीटर सड़क घनत्व अब बढ़कर 40 हजार किलोमीटर आ पहुंचा है। उन्होंने कहा कि 15 हजार की जनसंख्या के लिए शिमला का निर्माण अंग्रेजों द्वारा किया गया, जो अब लगभग 2 लाख के करीब है।उन्होंने कहा कि शिमला नगर के लोगों के लिए स्वच्छता और स्वास्थ्य संरक्षण को प्रतिमान प्रदान करते हुए अमरूत मिशन तथा शिमला स्मार्ट सिटी योजना के तहत अनेक कार्य आरम्भ कर लोगों को सुविधा के साथ-साथ शिमला के सौंदर्यीकरण को मुर्त रूप प्रदान किया गया है।

सफाई, पार्किंग, पैदल मार्ग, रज्जू पुलों का निर्माण, सड़कों को चैड़ा करने, पार्कों के निर्माण आदि को सुनिश्चित कर शिमला नगरवासियों को सुविधा प्रदान की जा रही है।उन्होंने कहा कि तत्कालीन केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू से भेंट कर विशाखापटनम में अमरूत मिशन के तहत अनेक विकास कार्य एवं योजनाएं शिमला के लिए प्राप्त की गई, जिसके अंतर्गत 284 करोड़ की राशि व्यय कर कार्यों को किया जा रहा है।

उन्होंने शिमला के इतिहास एवं शिमला स्थित ऐतिहासिक भवनों व घटनाओं के संबंध में भी सदस्यों को जानकारी प्रदान की।उन्होंने बताया कि शिमला नगर समिति 1851 में अंग्रेजों द्वारा स्थापित की गई थी, जोकि भारत की सबसे अमीर नगर निगम थी। मुम्बई नगर निगम शिमला नगर निगम से ऋण प्राप्त करता था। उन्होंने शिमला नगर निगम के अस्तित्व में आने से वर्तमान समय तक की विकास गाथा का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि पूर्व में हिमाचल में केवल शिमला नगर निगम अस्तित्व में था, लेकिन अब हिमाचल में 5 नगर निगम है, जिनमें से 3 मेरे कार्यकाल में बनाए गए हैं। उन्होंने सदस्यों को प्रदेश में तीन स्तरीय पंचायती राज प्रक्रिया के संबंध में भी जानकारी दी।

बैठक में ग्रेटर विशाखापटनम नगर निगम की महापौर जी. हरी वेनकेटा कुमारी ने ग्रेटर विशाखापटनम नगर निगम की कार्य प्रणाली, उपलब्धियों व लोगों को प्रदान की जा रही सुविधाओं के क्रियान्वयन के लिए नगर निगम की कार्य पद्धति का उल्लेख कर जानकारी प्रदान की।
आयुक्त नगर निगम शिमला आशीष कोहली ने नगर निगम द्वारा जन सुविधाओं के साथ-साथ शिमला नगर के लोगों को प्रदान की जाने वाली अन्य सेवाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शहरी विकास मंत्री के मार्गदर्शन में नगर निगम शिमला द्वारा किए गए कार्यों के तहत शिमला नगर में उल्लेखनीय विकास हुआ है।

कार्यक्रम में उप-महापौर जे. श्रीधर, फलोर लीडर बी. श्रीनिवास राव, पी. श्रीनिवास राव, बी. वसन्था लक्ष्मी, स्टालियन तथा जी. कविता के अतिरिक्त 98 मण्डलों के वार्ड सदस्य व लायजन अधिकारी एवं सहायक आयुक्त ग्रेटर विशाखापटनम नगर निगम नागेन्द्र कुमार टी. भी उपस्थित थे।

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