सुनील उपाध्याय एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा प्रदेश में बढ़ रही नशे की समस्या की चुनौतियों और निवारण के संबंध में एक दिवसीय सम्मेलन की अध्यक्षता
शिमला / 8 मार्च / एन एस बी न्यूज़
प्रदेश में नशावृति को रोकने के लिए युवाओं और विशेष रूप से युवा संगठनों की भूमिका अहम है, जिसके तहत प्रदेश में युवा शक्ति अपनी रचनात्मक ऊर्जा को नशे की रोकथाम में प्रयोग कर प्रदेश के विकास में अपना सहयोग प्रदान कर सकते हैं। शिक्षा, विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज बचत भवन में सुनील उपाध्याय एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा प्रदेश में बढ़ रही नशे की समस्या की चुनौतियों और निवारण के संबंध में एक दिवसीय सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए अपने संबोधन में यह विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि सरकारी प्रयासों के साथ-साथ युवाओं तथा युवाओं के संगठनों को भी प्रदेश के नशा विरोधी कार्यों में सक्रिय सहयोग प्रदान करना आवश्यक है। अन्य समाजसेवी संगठनों को इस दिशा में प्राथमिकता के आधार पर प्रभावी रूप से कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर द्वारा कार्यभार संभालते ही नशा निवारण के संबंध में उत्तरी भारत के विभिन्न प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों की बैठक के तहत नशे को रोकने के लिए निर्णय लिए गए हैं, जिसके लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति तथा संयुक्त कार्य संचालन के माध्यम से नशाखोरी को रोकने की गंभीर प्रयास किए गए थे।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा बजट घोषणा के तहत भी नशा मुक्ति व पुर्नावास के प्रयासों को बल देने के उद्देश्य से स्टेट मेंटल हैल्थ एथोरिटी को अनुदान के रूप में समुचित प्रावधान की घोषणा की गई है। तम्बाकू सेवन तथा ध्रूमपान की वृति तथा तम्बाकू प्रयोग से होने वाले जानलेवा रोगों की रोकथाम के लिए पंचायतों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से तम्बाकू सेवन मुक्त पंचायत को 5 लाख रुपये का अनुदान प्रदान करने की घोषणा इस बजट में की गई है, जिससे प्रदेश में नशा व तम्बाकूमुक्त अभियान को बढ़ाने में सहायता मिलेगी।
तकनीकी सत्र में पुलिस अधीक्षक ओमापति जम्वाल ने नशे को रोकने के लिए पुलिस द्वारा किए जा रहे प्रयासो व प्रावधानों के ऊपर विस्तृत जानकारी प्रदान की। मेंटल अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाॅ. संजय ने नशे के कारण मानसिक दुष्प्रभावों के संबंध में अपने विचार सांझा किए। जिला न्यायवादी रणबीर प्रमार ने नशे के विरूद्ध कानूनी प्रक्रियाओं की जानकारी दी। वरिष्ठ पत्रकार अर्चना फूल ने नशे की रोकथाम के लिए मीडिया की कार्य प्रणाली तथा सहयोग के संबंध में विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर नशा निवारण बोर्ड के सलाहकार ओपी शर्मा ने अपने उद्बोधन में नशे को रोकने के प्रति किए जाने वाले प्रयासों, विभिन्न स्तरों पर जन समुदाय की भागेदारी तथा विभागीय स्तरों पर किए जाने वाले कार्यों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
सुनील उपाध्याय ट्रस्ट के सचिव डाॅ. सुरेन्द्र शर्मा ने बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् द्वारा संचालित ट्रस्ट शिक्षा में सेवा कार्य कर रहा है, जिससे संस्कारयुक्त शिक्षा के माध्यम से राष्ट्रवादी विचारधारा का प्रचार हो सके।
कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश उच्चतर शिक्षा परिषद के अध्यक्ष एवं पूर्व कुलपति हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय डाॅ. सुनील गुप्ता, मुख्यमंत्री के विशेष कार्यकारी अधिकारी महेन्द्र धर्माणी, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय स्तर पर विशेष आमंत्रित सदस्य डाॅ. नागेश ठाकुर, पुर्नवास केन्द्र के संचालक विशाल ठाकुर व पंकी सूद, शिमला शहर के सभी महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों के अतिरिक्त बड़ी संख्या में युवाओं ने सम्मेलन में भाग लिया तथा चर्चा की।