मंडी में जल संकट एवं सूखे से निपटने की पूरी तैयारी, जिला प्रशासन रख रहा स्थिति पर पैनी नजर
मंडी / 17 अप्रैल / न्यू सुपर भारत
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि मंडी जिला प्रशासन की गर्मी के सीजन में संभावित जल संकट एवं सूखे से निपटने की पूरी तैयारी है। उन्होंने वीडियो कॉंफ्रेंस के माध्यम से मुख्य सचिव अनिल खाची को जिले में जल संकट एवं सूखा प्रबंधन की तैयारियों एवं व्यापक अग्रिम व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में अवगत करवाया। मुख्य सचिव शिमला से वीडियो कॉंफ्रेंस के माध्यम से सभी जिलों में जल संकट एवं सूखे की स्थिति एवं तैयारियों का जायजा ले रहे थे।
उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने मुख्य सचिव को बताया कि जिला में हर क्षेत्र के लिए विभाग वार व्यापक कार्य योजना तैयार की गई है। पेयजल संकट से निपटने के लिए जलशक्ति विभाग के साथ मिलकर लगातार स्थिति की मॉनीटरिंग की जा रही है।
उन्होंने अवगत कराया कि जलशक्ति विभाग ने जिला की ऐसी 15 जलापूर्ति योजनाएं चिन्हित की हैं, जिन पर जल संकट से अधिक प्रभाव पड़ा है। इससे निपटने के लिए योजनाओं के इंटर लिंकेज और नए जलस्रोतों से जोड़ने का काम किया जा रहा है, ताकि सभी जगह पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध करवाया जा सके। इसके अलावा पेयजल प्रबंधन के लिए भी अग्रिम व्यवस्थाएं की गई हैं। परंपरागत प्राकृतिक जलस्रोंतों की साफ सफाई सुनिश्चित की जा रही है। हैंडपंपों को एनर्जाइज करने के लिए भी कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि कृषि एवं बागवानी विभाग के अधिकारियों को जिला में किसानों-बागवानों को हुए नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट देने को कहा गया है, ताकि लोगों को राहत प्रदान करने का मामला शीघ्र सरकार को भेजा जा सके।
उपायुक्त ने बताया कि पशु पालन विभाग के जरिए जिला में पशु चारे की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित बनाने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा उन्हें पशुओं को जलजनित रोगों से बचाने व उपचार के लिए सभी प्रबंध करने को कहा गया है। वन विभाग से वनों को आग से बचाने के लिए पुख्ता इंतजाम रखने के साथ साथ खाद्य आपूर्ति विभाग से हर स्थिति में खाद्य वस्तुओं के मूल्यों को नियंत्रण में रखना सुनिश्चित बनाने के लिए कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग को जन जनित रोगों से बचाव को लेकर सभी आवश्यक दवाईयों का पर्याप्त स्टॉक रखने को कहा गया है।
उन्होंने बताया कि गांवों में बावडि़यों, खातियों सहित अन्य प्राकृतिक जलस्रोतों के पानी की गुणवत्ता जांच सुनिश्चित बनाई जा रही है। सभी पंचायतों को पानी की जांच के लिए टैस्टिंग किट दे रखी हैं। खंड विकास अधिकारियों को ग्राम पंचायतों के सहयोग से प्राकृतिक जलस्रोतों के पानी की गुणवत्ता जांच सुनिश्चित बनाने को कहा गया है।
बैठक के उपरांत बात करते हुए ऋग्वेद ठाकुर ने जिलावासियों से जल संरक्षण में सहयोग की अपील की। उन्होंने लोगों से पानी का सदुपयोग करने व इसे व्यर्थ न गंवाने का आग्रह किया ।