हमीरपुर , 26 जून ( रजनीश शर्मा )
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मौके की सियासत का अगर खेल देखना हो तो हमीरपुर जिला की सुजानपुर नगरपरिषद सबसे बेहतर जगह होगी। कांग्रेस और भाजपा के फेर में फंसे 9 पार्षद विकास की जगह कुर्सी संभालने और कुर्सी पलटने के लिए ही गोटियां फिट करते दिखते हैं। जब भी सुजानपुर नगरपरिषद का गठन हुआ है तब से यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच शह मात का खेल देखने को मिल रहा है। अभी हाल ही में घटे ताजा राजनीतिक माहौल में पिछले चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाली भाजपा समर्थित पार्षद सुनीता देवी को नगर परिषद सुजानपुर का अध्यक्ष चुना गया है। अध्यक्ष पद कांग्रेस समर्थित पूर्व अध्यक्ष बीना धीमान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के चलते खाली हुआ था।
शनिवार को मतदान प्रक्रिया में वार्ड छह की पार्षद सुनीता देवी एक मत से विजयी हुई हैं। हालांकि वर्ष 2021 के नगर परिषद चुनाव के दौरान भाजपा का बहुमत होने के बावजूद इस महिला पार्षद ने अध्यक्ष पद के लिए अपना वोट कांग्रेस की झोली में डालकर कांग्रेस समर्थित पार्षद को अध्यक्ष की कुर्सी पर विराजमान करवाया था।
कायदे के मुताबिक एक वर्ष तक अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता है। इस पर सुनीता को विश्वास में लेने और नगर परिषद का कार्यकाल एक वर्ष पूरा होने के बाद भाजपा समर्थित पार्षदों की ओर से अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। भाजपा की दो पार्षदों में शेष कार्यकाल दो-दो साल के फार्मूले के अनुसार तय हुआ है। धूमल के प्रभाव वाले सुजानपुर विस क्षेत्र की एकमात्र नगरपरिषद पर कांग्रेस के कब्जे से भाजपा हमेशा असहज दिखी।
कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने कई मौकों पर नगरपरिषद में तख्तापलट की सियासत को अपने अनुभव से टाले रखा। आखिर एक साल के बाद कांग्रेस से कुर्सी छीन भाजपा नगरपरिषद पर कब्जा करने में कामयाब हो गई। चुनावी वर्ष में हुए इस उलटफेर को लेकर भाजपा जश्न की स्थिति में है और कांग्रेस नया जाल बुनने की तैयारी में जुट गई है।