योल कैंट से बाहर हुए सिविल क्षेत्र को पंचायतों में मिलाने पर क्षेत्रवासियों के सुझाव-आपत्तियां आमंत्रित
धर्मशाला / 7 मार्च / न्यू सुपर भारत
कैंटोनमैंट बोर्ड योल की सीमाओं से बाहर हुए सिविल क्षेत्र को साथ लगती पंचायतों में मिलाने पर क्षेत्रवासियों से सुझाव-आपत्तियां आमंत्रित की गई हैं।उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि खास योल कैंटोनमैंट बोर्ड के अंतर्गत आने वाले 7 वार्डों के क्षेत्रों को सीमावर्ती पंचायतों रक्कड़, बाघणी, तंगरोटी खास तथा नरवाणा खास के वार्डों में विलय को लेकर पंचायती राज विभाग ने अधिसूचना जारी की है। इसे लेकर क्षेत्रवासियों के सुझाव-आपत्तियां मांगे गए हैं।
संबधित क्षेत्र के निवासी अपने सुझाव-आपत्तियां अगले 15 दिन के भीतर लिखित में उपायुक्त कार्यालय धर्मशाला में सौंप सकते हैं। इस अवधि के उपरांत आपत्तियां-सुझाव स्वीकार नहीं किए जाएंगे।उन्होंने कहा कि इन 15 दिनों के भीतर प्राप्त सुझाव-आपत्तियों पर गौर करने के बाद जिला प्रशासन पंचायत राज विभाग को अपनी संस्तुति भेजेगा।
यह होगा विलय का स्वरूप
उपायुक्त ने योल कैंट के वर्तमान वार्ड, जो पंचायतों में शामिल किए जाने हैं, की जानकारी देते हुए बताया कि योल कैंट के संपूर्ण 1-स्लेट गोदाम वार्ड का रक्कड़ पंचायत के चतेहड़ वार्ड तथा योल कैंट के संपूर्ण 6-चतेहड़ वार्ड और आंशिक 7-योल खास का रक्कड़ पंचायत के रक्कड़ 1 वार्ड में विलय किया जाएगा। कैंट के संपूर्ण 5-लेसर वार्ड को बाघणी के रसान 7 वार्ड में मिलाया जाएगा। वहीं आंशिक 7-योल खास, आंशिक 4-बनोरड़ू का रसान 9 में विलय होगा।
इसी तरह संपूर्ण 3-बन्नी और आंशिक 4-बनोरड़ू और आंशिक 2-नरवाणा खास का ग्राम पंचायत तंगरोटू खास के 3-तंगरोटू खास वार्ड में और 7-योल खास का 2-तंगरोटू खास में विलय होगा। आंशिक 2-नरवाणा खास का नरवाणा खास पंचायत के 6-सैणी मोहल्ला वार्ड में विलय होगा।
वहीं, जिला पंचायत अधिकारी विजय बरागटा ने बताया कि ग्राम पंचायत रक्कड़, बाघणी, तंगरोटी खास तथा नरवाणा खास के वार्डों में सिविल क्षेत्र के 7 वार्डों के विलय से इन पंचायतों की कुल आबादी में करीब दो गुना इजाफा होगा। इन चार पंचायतों की कुल आबादी वर्तमान के 7714 से बढ़कर 15 हजार 354 हो जाएगी।