शिमला / 29 सितंबर / न्यू सुपर भारत /
राज्य के सरकारी विभागों में कार्यरत कर्मचारियों को इस बार उनकी सैलरी 1 तारीख को ही मिलेगी, जबकि पेंशनरों को 9 तारीख तक इंतजार करना होगा। यह निर्णय वित्त विभाग द्वारा सरकारी कोषागार में नकदी प्रवाह की समीक्षा के बाद लिया गया है।
वित्तीय संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग
पिछले महीने प्रदेश के कर्मचारियों को वेतन 5 सितंबर और पेंशनरों को 10 सितंबर को पेंशन का भुगतान किया गया था। वर्तमान सरकार ने वित्तीय संसाधनों का विवेकपूर्ण तरीके से उपयोग करने का लक्ष्य रखा है। इस दिशा में, राज्य सरकार असंतुलन को कम करने के लिए प्रयास कर रही है ताकि समय पर ऋण लिया जा सके और ब्याज की लागत को नियंत्रित किया जा सके।
सीएम का बयान
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 4 सितंबर को विधानसभा में बताया कि राज्य को वेतन और पेंशन के भुगतान के लिए हर महीने 2,000 करोड़ रुपये की आवश्यकता होती है। इसमें से 1,200 करोड़ रुपये वेतन और 800 करोड़ रुपये पेंशन के लिए जरूरी होते हैं।
राजस्व घाटा और केंद्रीय करों की प्राप्ति
सीएम ने यह भी बताया कि हर महीने 520 करोड़ रुपये का राजस्व घाटा और केंद्रीय करों में राज्य का हिस्सा 740 करोड़ रुपये 6वीं और 10वीं तारीख को प्राप्त होता है, जिससे ऋण जुटाने की आवश्यकता होती है।