राज्य आपदा प्रबंधन ने विकास योजनाओं में डीआरआर पहल शामिल करने को कहा
शिमला / 17 जनवरी / न्यू सुपर भारत /
हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एचपीएसडीएमए) ने संबंधित विभागों और संगठनों को अपनी विकास योजनाओं और परियोजनाओं में विभिन्न आपदा जोखिम न्यूनीकरण (डीआरआर) पहलों को एकीकृत करने के निर्देश जारी किए हैं, ताकि मानसून के दौरान भूस्खलन और अन्य प्रक्रियाओं को रोका जा सके।
प्राधिकरण के एक प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी दी कि विभागों को व्यापक जोखिम आकलन कर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी योजनाएं और डिजाइन आपदा-रोधी हैं। सभी विभागों और संगठनों को तैयारी, क्षमता निर्माण और आपदा जोखिम न्यूनीकरण उपायों को सुनिश्चित करने के लिए 2012-एचपीएसडीएमए दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इन निर्देशों का उद्देश्य बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करना, लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना एवं प्राकृतिक आपदाओं के जोखिम से बचाव है।