मंडी / 26 नवंबर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
मंडी जिले के सरकाघाट उपमंडल के नगारवीं-बारी गांव के किसानों को पहले सिंचाई के लिए काफी समस्या पेश आती थी। समय पर अच्छी बारिश न होने से बहुत से किसानों की फसल खराब हो जाती थी। लेकिन अब हालात पूरी तरह बदल चुके हैं, यहां के किसान अब बारिश के मोहताज नहीं हैं। गांव वालों के जीवट और हिमाचल सरकार की मदद से अब गांव के खेत पानी से तर हैं। प्रदेश सरकार की सौर सिंचाई योजना के तहत सामुदायिक स्तर पर 100 फीसदी सरकारी सब्सिडी से बनी सिंचाई योजना से नगारवीं-बारी के किसान अब जरूरत के मुताबिक अपने खेतों की सिंचाई कर रहे हैं।
पहले बारिश पर आधारित थी सारी खेती
नगारवीं-बारी कृषक विकास संघ के प्रधान मनोज कुमार बताते हैं कि पहले उनके गांव में सारी खेती बारिश पर आधारित थी। मानसून की लुकाछिपी से सहमे किसान मजबूरी में खेतीबाड़ी छोड़ने लगे थे। ऐसे में कृषि महकमे के अधिकारियों ने सरकार की सौर सिंचाई योजना लगाने को लेकर हौंसला दिया और विभाग की अलग अलग योजनाओं को मिलाकर हमारी मदद को आगे आए।
गांव के 40 परिवार लाभान्वित
मनोज कुमार आगे बताते हैं कि सरकार की राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत नगारवीं-बारी में बल्ली नाले पर करीब 24 लाख रुपए के खर्चे से चैक डैम बनाया गया। मार्च 2019 में बन कर तैयार हुए इस डैम से पानी उठाने के लिए जुलाई 2019 में सौर सिंचाई योजना के अंतर्गत 8.67 लाख रुपए से 10 हॉर्स पावर का सोलर सिस्टम लगाया गया।
पानी के भंडारण व वितरण के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत 1.10 लाख रुपए खर्च कर गांव में 22 हजार लीटर क्षमता का सीमेंटड टैंक बनाया गया। इस टैंक से गांव भर में पानी वितरण के लिए 16 वितरण चैंबर बनाए गए, इनसे किसान जरूरत अनुसार किसी भी समय अपने खेतों की सिंचाई कर सकते हैं। गांव का कोई भी किसान अपने मोबाइल सेट से इसे संचालित कर सकता है। इस योजना से गांव के 40 परिवार लाभान्वित हुए हैं।
व्यवसायिक खेती को लगेंगे पंख
भंडारण टैंक बनाने के लिए भूमि दान देने वाली किसान सावित्री देवी कहती हैं कि गांव की जमीन बड़ी उपजाऊ है। परंपरागत फसलों के अलावा सब्जियों की पैदावार अच्छी होती है, लेकिन सिंचाई सुविधा न होने से हमें बड़ी दिक्कत थीे। सौर सिंचाई सुविधा से अब यह दिक्कत दूर हो गई है। आगे हम खेती को व्यवसायिक गतिविधि के तौर बढ़ाने का काम करेंगे।
योजना के संचालन व रखरखाव का जिम्मा कृषक विकास संघ
बलद्वाड़ा के कृषि भू-संरक्षण कार्यालय के कनिष्ठ अभियंता विनय शर्मा बताते हैं कि नगारवीं-बारी सौर सिंचाई योजना सामुदायकि स्तर पर बनाई गई है। इसके लिए सरकार की ओर से 100 फीसदी सब्सिडी दी गई है। गांव के लोगों के सहयोग से कृषक विकास संघ बनाया गया है जिसपर योजना के संचालन व रखरखाव का जिम्मा है।
यहां करें संपर्क
कृषि विभाग मंडी के उपनिदेशक जीत सिंह बताते हैं कि राज्य के सभी किसान जो प्रदेश में भू मालिक हों, इस योजना का लाभ लेने के पात्र हैं। इसके लिए अपने इलाके के भू संरक्षण अधिकारी या कृषि विकास अधिकारी अथवा कृषि विभाग मंडी के उपनिदेशक कार्यालय में आवेदन किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए किसान उपनिदेशक कार्यालय मंडी के दूरभाष नंबर 01905-236926 पर संपर्क कर सकते हैं।
क्या कहते हैं जिलाधीश
जिलाधीश ऋग्वेद ठाकुर का कहना है कि मंडी जिले में किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा मुहैया कराने में मदद कर उनकी आमदनी को दोगुना करने के प्रयास किए जा रहे हैं। सौर सिंचाई योजना इसमें बड़ी सहायक है। इससे किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा की व्यवस्था तो हुई ही है, पानी उठाने के लिए लगाई मोटर के बिजली बिल के झंझट से भी छुटकारा मिला है। इसके अलावा जिले में सरकार की किसान कल्याण की विभिन्न योजनाओं के अभिसरण से लोगों को लाभ पहुंचाने पर जोर दिया गया है।