सोलन / 26 सितम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
राष्ट्रीय पोषण माह के अन्तर्गत इस वर्ष देश में ‘सही पोषण की परिकल्पना लागू करने के लिए ‘हर घर पोषण उत्सव, हर घर पोषण त्यौहार’ विषय निर्धारित किया गया है ताकि बच्चों, किशोरों और महिलाओं को कुपोषण मुक्त किया जा सके। यह जानकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेन्द्र तेगटा ने आज यहां दी।
उन्होंने कहा कि पोषण अभियान के सफल कार्यान्वयन के लिए ग्रामीण स्तर पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं तथा लोगों को पोषण के महत्व के बारे में सारगर्भित जानकारी प्रदान की जा रही है।
उन्होंने कहा कि खंड स्तर पर स्वास्थ्य एवं पोषण के विषय पर आयोजित कार्यक्रमों को फेसबुक व व्ह्टसऐप पर लोगों को वीडियो साझा करके जागरूक किया जा रहे हैं ताकि लोग सही पोषण की दिशा में जागरूक हो सकें।
उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में आज सोलन विकास खण्ड के आंगनबाड़ी वृत्त भोजनगर नगर में पोषण पंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें लोगों को संपूर्ण पोषण, टीकाकरण, प्रसव पूर्व जांच तथा एनीमिया के बारे में जानकारी प्रदान की गई। महिलाओं को स्तनपान के महत्व के बारे में बताया गया तथा क्षेत्र के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। लोगों को विभिन्न प्रकार के फल और सब्जियों से मिलने वाले पोषक तत्वों के बारे में जानकारी दी गई।
कुनिहार विकास खण्ड के अन्तर्गत अर्की के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में अलग-अलग तरह की गतिविधियां करवाई गई। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने बच्चों के घर-घर जाकर अनेक गतिविधियां करवाई तथा उनके परिजनों की पोषण माह में भागीदारी सुनिश्चित बनवाई। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पोषण रैली, ग्रह भ्रमण व स्वच्छता के बारे में लोगों को जागरूक किया गया। बच्चों ने अपनी अभ्यास पुस्तिका में पोषण सम्बन्धित गृह कार्य किया और अनेक गतिविधियों में भाग लिया।
उन्होंने कहा कि पोषण माह के अन्तर्गत सोलन विकास खण्ड की अति गंभीर कुपोषित और मध्यम कुपोषित बच्चों की वृद्धि निगरानी करवाने के उपरांत उनका समीप के स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य परीक्षण करवाया गया तथा इसी संदर्भ में उनके अभिभावकों एवं परिवार के सदस्यों के साथ परामर्श सत्र आयोजित किए गए।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष पोषण माह का आधार केंद्र बिंदु है-प्रत्येक कमजोर बच्चे की वृद्धि निगरानी एवं स्वास्थ्य जांच करवाना इसीलिए प्रत्येक बच्चे जो कुपोषित पाए गए उनका स्वास्थ्य परीक्षण सुनिश्चित करवाया जा रहा है।