November 16, 2024

90 वर्षीय मंेहदी देवी की मौत की उच्चस्तरीय जांच की जाए – किशोरी लाल अनुसूचित जाति

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शिमला / 22 दिसंबर / एन एस बी न्यूज़ अध्यक्ष  अखिल भारतीय अनुसूचित जाति लीग और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति बचाव आन्दोलन हिप्र के किशोरी लाल कौंडल ने शिमला जिला की ग्राम पंचायत पीरन के ट्रहाई गांव की अनुसूचित जाति से संबध रखने वाली 90 वर्षीय मंेहदी देवी की गत 15 नवंबर को रहस्यमयी परिस्थिति में हुई मौत की मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की है ।
उन्होने कहा कि जो बुढ़िया दिन में भी चलने फिरने में असमर्थ थी वह 15 नवंबर को अपने कमरे से रात को कैसे गायब हो गई।  छः दिन तक स्थानीय लोगों द्वारा  पूरे क्षेत्र को छान मारा परंतु बुढ़िया नहीं मिली और अक्समात सातवे दिन बुढ़िया का शव घर के समीप खेत में मिलना अपने आप में एक रहस्य है। उन्होने बुढिया की मौत की जांच में पुलिस के ढुलमुल रवैये पर सवालिया निशान उठाते हुए कहा कि करीब 36 दिन होने लगे है और पुलिस बुढ़िया की मौत की गुत्थी को नहीं सुलझा सकी है । उन्होने हैरानी प्रकट करते हुए कहा कि पुलिस द्वारा बुंढ़िया की हत्या का मामला दर्ज न करने की बजाए गुमशुदी का मामला दर्ज किया गया जिससे प्रतीत होता है कि बुजुर्गों का समाज में कोई अस्तित्व नहीं है और बुजुर्ग अपने आपको असुरक्षित महसूस करेगें ।
लीग के अध्यक्ष किशोरी लाल कौंडल ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए ताकि बुढिया के हत्यारों को सलाखों के पीछे पहूंचाया जा सके । उन्होने कहा कि यदि पुलिस द्वारा बंुढ़िया की जांच में इस प्रकार लापरवाही बरती गई तो अखिल भारतीय अनुसूचित जाति लीग द्वारा  प्रदेश व्यापी आन्दोलन आरंभ किया जाएगा ताकि बुढ़िया को इंसाफ मिल सके ।
बता दें कि बीते 15 नवंबर की रात्रि को ट्रहाई गांव से  अनुसूचित जाति से संबध रखने वाली करीब 90 वर्षीय बुढ़िया मेंहदी देवी अपने घर से लापता हो गई थी । दतक पुत्र नरायण सिंह ने बताया कि प्रातः उठने पर मेंहदी अपने कमरे में नहीं थी और उनकी लाठी और ऐनक बिस्तर पर तथा कंबल और रजाई बाहर पड़ी थी  । गौर रहे कि स्थानीय लोगों ने पुलिस के साथ मिलकर छः दिन तक बुढ़िया को ढंूढने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी  परंतु बुढ़िया को कोई सुराग नहीं मिल पाया था । अक्समात 22 नवंबर को प्रातः अर्थात सातवें दिन मंेहदी देवी का शव अपने घर के समीप खेत में मिला था । स्थानीय लोगों का मानना है कि शरारती तत्वों द्वारा बुढ़िया की हत्या करके उसका शव खेत में फैंका गया था ।
दूसरी ओर ट्रहाई गांव के  जेलदार मनोहर सिंह ठाकुर, नंबरदार देवेन्द्र ठाकुर, भगत चंद आन्नद,  प्रीतम ठाकुर, महिला मंडल की प्रधान शशिकांता शर्मा सहित अनेक लोगों ने कहा कि गत 10 दिसंबर को बुढ़िया मेंहदी की रहस्यमयी परिस्थिति में हुईं मौत की जांच के लिए एसआईटी गठित करने के लिए मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, डीसी और एसपी शिमला को ईमेल भेजकर गंुहार लगाई गई थी परंतु 11 दिन बीत जाने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है जोकि बहुत ही खेद का विषय है । लोगों का का कहना है कि 90 वर्षीय  बुुजुर्ग मेंहदी ,जो दिन में बड़ी मुश्किल से ऐनक और लाठी के सहारे से दिन में थोड़ी बहुत चल सकती थी उसका अपने कमरे से रात्रि को गायब होना एक आश्चर्यचकित करने वाला हत्या का मामला है।
पुलिस प्रभारी जुन्गा जोगिन्द्र चौधरी से दूरभाष पर  जब इस बारे की गई तो उन्होने बताया कि अभी तक पोस्टमार्टम नहीं आई है और रिर्पोट मिलने के उपरांत कार्यवाही निश्चित रूप से की जाएगी ।
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 फोटो -90 वर्षीय स्व0 मेंहदी देवी

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