नाहन / 18 जुलाई / न्यू सुपर भारत
उपायुक्त सुमित खिमटा ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को उनके द्वारा निर्मित सामुदायिक अथवा निजी जल भंडारण टैंकों की मौजूदा स्थिति को शीघ्र स्पष्ट करने को कहा है। वह फायर सेफ्टी उपायों को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नाहन विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न 9 या 10 ग्राम पंचायतों के कलस्टर में जहां घनी आबादी है अथवा जंगलों से घिरी है, ऐसी ग्राम पंचायतों के किसी भी क्षेत्र में आगजनी की घटना की स्थिति में जल भण्डारण टैंकों की अपडेट सूची तथा जियो टैगिंग अति आवश्यक है।
उन्होंने वन विभाग, डीआरडीए, जल शक्ति, लोक निर्माण, ग्रामीण विकास तथा कृषि विभागों को नाहन विधानसभा की 10 ग्राम पंचायतों के कलस्टर में सभी प्रकार के जल भंडारण टैंकों का मौजूदा स्थिति, उनकी क्षमता तथा आपातकाल में पानी भरने की व्यवहार्यता इत्यादि की विस्तृत रिपोर्ट सौंपने को कहा। उन्होंने विभागों से भविष्य में विभिन्न योजनाओं के तहत निर्मित किये जाने वाले टैंकों की वस्तुस्थिति भी स्पष्ट करने के निर्देश दिये।
उपायुक्त ने जिन 10 ग्राम पंचायतों का कलस्टर बनाने की बात कही उनमें सुरला, देवला करला, वारला भूड, सलानी, टिलो, सेनवाला, आमवाला, त्रिलोकपुर, कालाअंब, वर्मा पापडी, सलानी कटोला शामिल हैं जो लगभग 20 किलोमीटर की परिधि में फैली हैं। उन्होंने कहा कि अधिकांश आगजनी की घटनाएं जंगलों में आग की होती हैं और आवश्यकता पड़ने पर पास वाले किसी भी टैंक से पानी प्राप्त किया जा सके, इसके लिये यह पूरा अभ्यास किया जा रहा है। उन्होंने वन विभाग को कैम्पा के तहत तथा अन्य विभागों को उनकी अलग अलग योजनाओं जैसे मनरेगा, अमृत सरोवर योजना, जल से कृषि योजना में निधि से टैंकों के निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया।
परियोजना अधिकारी जिला ग्रामीण विकास अभिकरण अभिषेक ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया।
बैठक में वन मण्डलाधिकारी सौरभ, जिला लोक सम्पर्क अधिकारी प्रेम ठाकुर, विक्रम ठाकुर जिला पंचायत अधिकारी, चेतन चौहान जिला राजस्व अधिकारी, राज कुमार जिला कृषि अधिकारी, उपनिदेशक बागवानी सतीश कुमार, अधिशाषी अभियंता वी.के. अग्रवाल, राजीव कुमार अधीक्षण अभियंता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।