टीबी उन्मूलन को लेकर बेहतर कार्य करने में मंडी जिले को सिल्वर मेडल
मंडी / 15 जुलाई / न्यू सुपर भारत
टीबी उन्मूलन में बेहतर कार्य करने के लिए मंडी जिले को सिल्वर मेडल प्राप्त हुआ है ।यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 देवेन्द्र कुमार ने शुक्रवार को क्षेत्रीय अस्पताल के सभागार में आयोजित राष्ट्रीय क्षय रोग निवारण कार्यक्रम की समीक्षा बैठक के उपरांत दी। बैठक में विश्व स्वास्थ्य संगठन के कंसलटेंट डॉ. रविन्द्र भी विशेष रूप से उपस्थित थे । मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि 12 जुलाई को प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग सुभाशीष पांडा ने शिमला में आयोजित एक कार्यशाला में यह मेडल मुख्य चिकित्सा अधिकारी मंडी व जिला क्षय रोग अधिकारी को प्रदान किया । ।
डॉ. देवेन्द्र शर्मा ने बताया कि इस वर्ष फरवरी व मार्च में टीबी उन्मूलन पर प्रदेश के हर जिले में सर्वे करवाया गया, जिसमें मंडी जिला को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ जो कि जिलावासियों के लिए गर्व की बात है । उन्होंने बताया कि सर्वे के लिए जिला मंडी में 15 टीमों का गठन किया गया था, जिन्होंने घर-घर जाकर संभावित टीबी के लक्ष्णों वाले व्यक्तियों की पहचान की तथा उनके वलगम जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए । उन्होंने बताया कि जिले के 29 स्वास्थ्य केंद्रों पर बलगम की जांच की जाती है तथा जिला में टीबी जांच के लिए 7 अत्याधुनिक मशीनें अलग-अलग जगहों पर उपलब्ध है ।
उन्होंने टीबी उन्मूलन में जिला मंडी में अच्छा कार्य करने पर इस कार्य से जुड़ी पूरी टीम को बधाई दी तथा कहा कि ये सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों की कड़ी मेहनत का परिणाम है । उन्होंने उम्मीद जताई की भविष्य में भी सभी कार्यकर्ता कड़ी मेहनत करके नई उर्जा के साथ जिला मंडी को क्षय रोग मुक्त करेंगे ।
इस अवसर पर जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अरिंदम रॉय ने मंडी जिला के सभी शहरी निकायों तथा पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों सहित आम जनता से टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का आहवान किया ।
बैठक में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश ठाकुर, सभी खंड चिकित्सा अधिकारियों व राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम में कार्यरत सभी अधिकारियों व कर्मचारियों ने भाग लिया ।