शिमला / 12 मार्च / न्यू सुपर भारत
जिला शिमला में वर्ष 2021-22 में एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत 18 करोड़ 85 लाख 86 हजार रुपए की वार्षिक योजना तैयार की गई है, जिसके तहत लगभग 6066 लाभार्थियों को लाभान्वित किया जाएगा। यह जानकारी उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने आज जिला शिमला में एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत वर्ष 2021-22 के लिए वार्षिक कार्य योजना की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
उन्होंने बताया कि इस कार्य योजना को स्वीकृत कर उचित कार्रवाई के लिए प्रदेश सरकार को प्रेषित किया गया है प्रदेश सरकार से स्वीकृति मिलने से जिला शिमला के हजारों बागवानों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाभान्वित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत सूक्ष्म सिंचाई योजना के लिए वार्षिक कार्य योजना तैयार की गई है जिस पर एक करोड 2 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे, तथा योजना के तहत लगभग 250 लाभार्थियों को लाभान्वित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत इस वित्तीय वर्ष 125 हेक्टेयर भूमि को लाने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने बताया कि जिले के अंदर योजना के तहत छोटी पौधशाला, नए बागानों की स्थापना, जल स्रोतों का सृजन, संरक्षित खेती, जैविक खेती, समेतिक पोषण प्रबंधन, बागवानी यंत्रीकरण, मानव संसाधन विकास, फसलोंप्रांत समेतिक प्रबंधन आदि विभिन्न कार्यों पर जिला के बागवानों को लाभान्वित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जिले के दूरदराज क्षेत्रों को भी इन योजनाओं के माध्यम से लाभान्वित किया जाए ताकि लाभान्वित न हुए क्षेत्रों में इन योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने बताया कि जिला शिमला सघन बागवानी के चलते विभाग की भूमिका महत्वपूर्ण है सभी विभागीय अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करें ताकि अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित किया जा सके।
बैठक में भारतीय प्रशासनिक अधिकारी स्मिथ संतोष लोधा, उप निदेशक बागवानी डॉक्टर देशराज शर्मा, जिला कृषि अधिकारी महेंद्र सिंह भवानी, बागवानी विकास अधिकारी देवराज कैथ, साइंटिस्ट आरएचआर मशोबरा डॉक्टर जसवीर सिंह वजीर, एसएमएस अंजना जस्ता एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।