शिमला / 17 मई / न्यू सुपर भारत
नर्सिंग समुदाय को विश्वभर में सेवा सैनिकों के रूप में पहचान देने का कार्य फ्लोरेंस नाइटिंग गेल की दृढ़ इच्छा शक्ति व सशक्त संकल्प से ही संभव हो पाया है। यह विचार आज स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज आईजीएमसी के अटल प्रेक्षागृह में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग सप्ताह समारोह के समापन अवसर पर अपने संबोधन में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि ज्ञान की परम्परा के उदात्त चिंतन ने हमें विश्व में विशेष स्थान प्रदान किया था। उन्होंने कहा कि चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी नर्सिंग समुदाय द्वारा असाधारण तरीके से कार्य किया जाता रहा है, जो अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने कहा कि नर्सिंग कार्य न केवल एक कार्य है बल्कि समाज के प्रति सेवा भाव के दायित्व का निर्माण है, जो किसी लोभ या भेदभाव के बिना किया जाने वाला पावन व पुनीत कर्तव्य है। मानवता की सेवा में नर्सिंग कार्य सर्वोपरि है।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल की विषम परिस्थितियों मंे चिकित्सकों के साथ-साथ नर्सिंग समुदाय ने भी कंधे से कंधा मिलाकर रोगियों की सेवा व सुष्मिता का कार्य किया, जो अत्यंत सराहनीय है।
उन्होंने कहा कि हमें चुनौतियों से न घबराते हुए उसका सामना करते हुए निरंतर आगे बढ़ते रहना चाहिए।नर्सिंग व्यवसाय से सम्बद्ध जो मांगे उन्हें आज दी गई उनके ऊपर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर हर संभव पूर्ण करने का आश्वासन दिया।इस अवसर पर रजिस्ट्रार नर्सिंग काउंसिल एवं ट्रेड नर्सिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया हिमाचल इकाई की अध्यक्ष ज्योति वालिया ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा नर्सिंग एसोसिएशन से संबंधित समस्याओं से अवगत करवाया।
इस अवसर पर शिमला कॉलेज ऑफ नर्सिंग, शिवालिक कॉलेज ऑफ नर्सिंग, मॉडर्न इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग हरीदेवी घणाहट्टी ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेविका समिति की प्रांत संचालिका राज कुमारी सूद, निदेशक मेडिकल एजुकेशन डॉ. रजनीश पठानिया, संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य डॉ. अंबिका, संयुक्त निदेशक आईजीएमसी ईशा ठाकुर तथा ट्रेड नर्सिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया हिमाचल प्रदेश की सचिव मनोरमा शर्मा भी उपस्थित थी।