लोगों की समस्याओं का निवारण कर उन्हें लाभ प्रदान करना जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ अधिकारियों का भी है नैतिक कर्तव्य :विपिन सिंह परमार ***केलवी में जनमंच कार्यक्रम के तहत प्राप्त हुई 107 शिकायतें
शिमला / 08 नवम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
लोगों की समस्याओं का निवारण कर उन्हें लाभ प्रदान करना जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ अधिकारियों का भी नैतिक कर्तव्य है। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने आज जनमंच कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए ठियोग मण्डल के केलवी में अपने संबोधन में यह विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण लम्बे अंतराल के उपरांत आयोजित जनमंच कार्यक्रम में लोगों ने मास्क लगाने की अनिवार्यता और दो गज दूरी के नियम की अनुपालना करते हुए जनमंच में भाग लिया।
उन्होंने कहा कि हम सभी को अपने कार्यों का निर्वहन जिम्मेदारीपूर्वक करना चाहिए। प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी नीतियां लोगों तक पहुंचे इसके लिए हमें समन्वय स्थापित पर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि विभिन्न योजना को धरातल पर उतारने का कार्य अधिकारियों का है ताकि जन-जन तक योजनाएं पहुंचे और इसका लाभ लोगों को मिल सके। उन्होंने कहा कि समाज के विकास के लिए हम व्यक्तिगत तौर पर अपने प्रयासों से सहयोग करें।
उन्होंने बताया कि आज केलवी में जनमंच कार्यक्रम के तहत 107 शिकायतें प्राप्त हुई, जिसमें से 70 शिकायतें आॅनलाईन प्राप्त हुई और 65 शिकायतों का निपटारा किया गया, 5 शिकायतों के निपटारे के लिए संबंधित विभाग को आदेश दिए गए, 37 शिकातयें आज मौके पर प्राप्त हुई, जिन्हें निवारण के लिए विभागों को भेजा जाएगा। केलवी के अंतर्गत 7 पंचायतों के 83 राजस्व गांव के लोगों को जनमंच के माध्यम से अपनी शिकायतों का घर द्वार पर निवारण का लाभ मिला।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण जनमंच कार्यक्रम में एक लंबा अंतराल आया है। उन्होंने लोगों से कोरोना के बचाव के संबंध में विभिन्न विशेष मानक संचालनों की अनुपालना करने और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी की गई सलाहों को मानने की प्रतिबद्धता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि निरंतर हाथों को धोना तथा 2 गज की दूरी जैसे नियमों को हमें अपने जीवन का अनिवार्य अंग बनाना आवश्यक है तभी कोरोना से बचा जा सकता है।
उन्होंने लोगों द्वारा जनमंच कार्यक्रम में मास्क लगाने तथा परस्पर दूरी बनाए रखने के नियम की पालना करते हुए जनमंच में शामिल होने के लिए सराहना की। उन्होंने बताया कि आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला केलवी के प्रागंण मंे आयोजित जनमंच में लगभग 450 लोगों ने भाग लिया।
जनमंच कार्यक्रम में जल शक्ति विभाग, लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, राजस्व विभाग, सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग, हिमाचल पथ परिवहन निगम, खाद्य आपूर्ति विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, पशु पालन विभाग की शिकायतों का निवारण किया गया।
उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, महिला एवं बाल विकास, स्वयं सहायता समूह, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, वन विभाग, कृषि विभा द्वारा प्रदर्शनियां लगाई गई। उन्होंने इस दौरान देवदार का पौधा भी रोपित किया।
गृहिणी सुविधा योजना के तहत 5 महिलाओं को रसोई गैस के निःशुल्क कनैक्शन वितरित किए गए, जिसमें मोनिका, लता वर्मा, भुवनेश्वरी देवी, विमला और गीता शामिल है।
इस दौरान 31 इंतकाल, आयुर्वेद विभाग द्वारा 148 लोगों की जांच कर निःशुल्क दवाईयां प्रदान की गई। एनीमिया की 60 लोगों की भी जांच की गई। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के तहत 46 लोगों ने अपने स्वास्थ्य की जांच करवाई। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग से संबंधित प्रचार-प्रसार सामग्री वितरित की गई।
ममता हेल्प संस्था द्वारा जनमंच के कार्यक्रम के दौरान 106 लोगों की बीपी व शुगर की जांच की गई तथा इस रोग के प्रति जागरूकता भी प्रदान की गई।
इस अवसर पर ठियोग क्षेत्र के विधायक राकेश सिंघा ने भी लोेगों की समस्याओं के निवारण के लिए आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में एपीएमसी शिमला-किन्नौर अध्यक्ष नरेश शर्मा, प्रदेश सचिव व जिला महासु प्रभारी बिहारी लाल, बीडीसी अध्यक्ष मदन लाल वर्मा, मण्डलाध्यक्ष दुनी चंद, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राजेन्द्र कश्यप, जिला महासु सचिव महेन्द्र काल्टा, मंडल उपाध्यक्ष सत्य प्रकाश वर्मा, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी, अतिरिक्त उपायुक्त अपूर्व देवगन, पुलिस अधीक्षक शिमला मोहित चावला, उपमण्डलाधिकारी ठियोग सौरव जस्सल तथा सभी विभागों के अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे।