एसएफ़आई इकाई ने राजकीय महाविद्यालय देहरी में धर्मशाला में होने जा रही इन्वेस्टर मीट के खिलाफ किया धरना प्रदर्शन
फतेहपुर / 06 नवम्बर / रीता ठाकुर
बुधबार को बजीर राम सिंह राजकीय महाविद्यालय देहरी में धर्मशाला में होने जा रही इन्वेस्टर मीट के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया
जिसमें एसएफ़आई इकाई अध्यक्ष पूजा ने कहा की हिमाचल प्रदेश का कानून धारा 118 के तहत साफ तौर पर हिमाचल के बाहर से आने वाले किसी भी व्यक्ति को यहां पर जमीन खरीदने से प्रतिबंधित करता है। एक तरफ सरकारी या वन विभाग की जमीन पर पुश्तो से हिमाचल के स्थायी निवासी के रूप में रह रहे भूमिहीन किसान या गरीब मजदूर को यही सरकार उच्च न्यायालय के आदेशों का हवाला देकर जमीन से बेदखल करने के नोटिस निकाल रही है, या फिर उनके मकानों को गिराया जा रहा है , बगीचों को काटा जा रहा है। वही दूसरी ओर विदेशी निवेश के बहाने बड़े निजी घरानों को मुफ्त में कानून को दरकिनार करते हुए हिमाचल में जमीन बाँटी जा रही है। यह भाजपा सरकार के दोहरे चरित्र,व पूंजीपतियों को फायदा पहुँचाने वाली नीति का एस एफ आई विरोध करती है,50000 करोड़ के कर्जे में चल रही सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क,पानी,बिजली व रोजगार जैसी बुनियादी सुविधाओं पर बजट खर्च न करते हुए केवल विधायकों व मंत्रियों के भत्तो पर आम जनता की गाढ़ी कमाई व टैक्सपेयर्स का पैसा दुरुपयोग कर रही है,शिक्षा जो कि संविधान के द्वारा राज्य की अनिवार्य जिम्मेवारी बताई जाती है हमारी प्रदेश सरकार उसे निजी हाथों में सौंपते हुए अपनी जिम्मेदारी से पीछे हटने का काम कर रही है। जबकि दूसरे पूंजीवादी देशों में भी अधिकतर शिक्षा का संचालन सरकार द्वारा किया जा रहा है,हिमाचल प्रदेश के अंदर बाहरी कम्पनियो के आगमन से प्रदेश के पर्यावरण पर बुरा प्रभाव पड़ेगा । यह इन्वेस्टर मीट पूंजी के इस प्रतियोगिता व बाजार पर एकाधिकार करने की होड़ में प्रदेश के प्राकृतिक संसाधनों को बेहरहमी से नष्ट करने की साजिश है। कहा राष्ट्रवाद का नारा देने वाली यह सरकार आम जनता को गुमराह करते हुए सारे राष्ट्रविरोधी कार्य व नीतियां अपना रही है जिसका विरोध करना बुद्धिजीवी छात्र समुदाय की प्राथमिक जिमेवारी है। साथ ही में महाविद्यालय में अध्यापकों के रिक्त पदों की भी बात की गई इस मौके तमाम एसएफआई इकाई देहरी के पदाधिकारी ब सदस्य उपस्थित रहे ।
फोटो कैप्शन -प्रदर्शन दौरान एसएफआई इकाई देहरी के कार्यकर्ता