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जड़ोल में मारपीट मामले में पीडि़तों ने लगाया पुलिस पर आरोप

एससी एसटी एक्ट के तहत मामले में अपराधियों को संरक्षण दे रही पुलिस


सुंदरनगर, 4 जनवरी /राजा ठाकुर/:

सुंदरनगर उपमंडल के जड़ोल में

मारपीट के मामले को लेकर पीडि़त और स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस

पर मामले की जांच को लटकाने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने

मामले की एसडीएम सुंदरनगर राहुल चौहान को लिखित शिकायत

पत्र दिया है। जिसमें पुलिस पर एससी एसटी एक्ट के तहत मामले में आरोपिओं

को संरक्षण देने और मामले को लटकाने का आरोप लगाया

और जांच अधिकारी के विरूध कार्रवाई की मांग की है। शनिवार को

जड़ोल पंचायत के पीडि़त जीत राम सहित चुनी लाल, हंस राज, बेली

राम, पिंकी देवी, कृष्णी देवी, मीना देवी ने एसडीएम राहुल चौहान क

ो बताया कि 18 दिसम्बर को जड़ोल में त्रिफालघाट रूट की निजी

बस को एक रोक कर पीडि़त चालक सोहन और

इसके पिता जीत राम पर बात करते समय जाति सूचक शब्दों से गंदी

गालियां दी और अचानक ग्रिप और चाकू से हमला किया। इससे

दोनों बाप बेटे लहुलुहान हुए। उन्होंने कहा कि सलापड़ पुलिस ने

शिकायत करने पर कार्रवाई की और एससी एसटी के तहत मामला

दर्ज कर घायलों का इलाज करवाया है। लेकिन इसके उपरांत पुलिस

ने जांच के नाम पर पीडि़त वर्ग से ही कई दिन पूछताछ में लगाए।

उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस अपराधी लोगों को संरक्षण दे रही है

और इनकी गिरफतारी करने की बजाय इनके साथ चाय पानी करती

है। जिससे अपराधी सरेआम जाति सूचक शब्दों से गंदी गालियां देते

हुए जान से मारने की धमकी दे रहे है। मामले में पुलिस के जांच

अधिकारी से कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में मुख्यमंत्री संकल्प

सेवा योजना पर भी शिकायत की है। लेकिन पुलिस की ओर से क

ार्रवाई नहीं होने पर पीडि़त को धमकाया जा रहा है।
गौर हो कि जड़ोल पंचायत में नैशनल हाईवे 21 पर बने पुल पर कुछ

लोगों ने एक निजी बस के चालक पर हमला कर दिया, बचाव को

आए बस में सवार चालक के पिता की भी मारपीट की है। पुलिस ने

सोहन सिंह पुत्र जीत राम की शिकायत पर जान से मारने और

जातिसूचक शब्दों में गाली गलौच करने पर एससी एसटी एक्ट का

मामला दर्ज किया है। इस संबंध में एसडीएम राहुल चौहान ने मामले

में आगामी कार्रवाई के निर्देश किए है।

फोटो कैप्शन
सुंदरनगर एसडीएम राहुल चौहान को लिखित शिकायत पत्र सौंपते जड़ोल में मारपीट के मामले में पीडि़त और ग्रामीण

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