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सरवीण चौधरी ने बोह में किया ज्ञानोदय क्लस्टर मॉडल स्कूल व साइंस कक्षाओं का उद्घाटन

धर्मशाला / 7 सितम्बर / न्यू सुपर भारत

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री माननीय सरवीण चौधरी ने आज शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत बोह पंचायत में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बोह के वार्षिक समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।

सामाजिक न्याय मंत्री राजकीय प्राथमिक केंद्र पाठशाला बोह में सरकार द्वारा चलाई जा रही ज्ञानोदय क्लस्टर मॉडल स्कूल स्कीम के तहत 15 लाख की लागत  से बनाए गए 3 स्मार्ट क्लास रूम का उद्घाटन किया। इन स्मार्ट क्लास रूम के निर्माण से अब  प्राइमरी स्कूल के 103 बच्चे आधुनिक तरीके से शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। इसके पश्चात् उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बोह में साइंस श्रेणी की कक्षाएं इस सत्र से शुरू करने का उद्घाटन किया साथ ही उन्होंने बताया कि साइंस श्रेणी के  अध्यापकों की नियुक्ति पहले ही यहां कर दी गई है।

उन्होंने कहा कि साइंस की कक्षाएं आरंभ होने से क्षेत्र  के बच्चों को अब घर के नजदीक साइंस की शिक्षा प्राप्त हो सकेगी। शिक्षा प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को निखारने के लिए अति आवश्यक है। बिना अच्छी शिक्षा के कोई भी व्यक्तित्व प्रभावी कभी नहीं बन सकता। उन्होंने कहा हमारी सरकार बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए प्रभावी शिक्षा देने के लिए दृढ़ संकल्पित है, और उसके लिए निरंतर प्रयास हो रहे हैं, जिसका आज सबसे बड़ा एक उदाहरण आप सबके समक्ष राजकीय प्राथमिक केंद्र पाठशाला बोह बना है।

जहां आज आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण स्मार्ट क्लासरूम का उद्घाटन किया गया है। यहां छोटे बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा दी जाएगी। सरकार का यह निरंतर प्रयास रहा है कि बच्चों को घर के नजदीक ही सभी सुविधाओं से परिपूर्ण शिक्षा ग्रहण करने के मौके मिलें। यहां के बच्चों को अब शिक्षा ग्रहण करने के लिए दूसरे क्षेत्र में नहीं जाना पड़ेगा। जिसके लिए हाल ही में धारकंडी के क्षेत्र में कॉलेज और आज बोह स्कूल में साइंस कक्षाओं का शुभारंभ किया गया।

उन्होंने कहा देश के विकास के लिए अच्छी शिक्षा जरूरी है। माता पिता बच्चों के प्रथम शिक्षक हैं,  इसके उपरांत अध्यापक आज के शिक्षक के साथ मार्गदर्शक हैं। बच्चों को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि किताबी शिक्षा के साथ नैतिक शिक्षा बहुत जरूरी है।

सामाजिक न्याय मंत्री ने कहा कि प्राइमरी स्कूल की शिक्षा बच्चों का भविष्य निर्धारित करती है। सरकार द्वारा इसे अधिक बेहतर बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं जिसके लिए आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण क्लासरूम निरंतर बनाए जा रहे हैं। मंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र में शिक्षा के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी निरंतर विकास किया जा रहा है। उन्होंने कहा एक समय था इस क्षेत्र को दुर्गम क्षेत्र माना जाता है। सड़क की व्यवस्था यहां नहीं थी।

आज के समय में इस क्षेत्र में भी सड़कों का जाल बिछा दिया गया है।  इसके साथ ही क्षेत्र में निरंतर विकास हो रहा है बिजली विभाग की तरफ से 4.50 करोड़ की लागत से नया 33/11 केवी सबस्टेशन बनाया जा रहा है जिसके बनने से पूरे धारकंडी क्षेत्र के लोगों को बिजली की दिक्कत नहीं होगी। इस क्षेत्र में लगभग 2100 घरों का बिजली का बिल जीरो आया है जो लगभग 642600 रुपए है। लोक निर्माण विभाग की तरफ से इस क्षेत्र में लगभग 3 करोड रुपए के कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में पानी की दिक्कत को दूर करने के लिए आईपीएच विभाग की तरफ से लगभग 29 लाख रुपए की लागत से कार्य पूरे किए जा चुके हैं।

उन्होंने अपने संबोधन दौरान हाल ही में किए गए विकास कार्यों की बात करते हुए बताया कि शाहपुर क्षेत्र में संयुक्त कार्यालय भवन, शाहपुर आईटीआई में सीटीआई कक्षाओं का शुभारंभ, शाहपुर पुलिस थाने की नई इमारत, शाहपुर में डीएसपी कार्यालय, शाहपुर को नगर पंचायत बनाने का कार्य, 8 नई पंचायत बनाने का कार्य, चड़ी और लपियाना में पीएससी केंद्र को सीएससी केंद्र में बदलना, हारचकियां में आईटीआई खुलवाना,

लंज कॉलेज में साइंस कक्षाएं शुरू करना, शाहपुर में सब्जी मंडी खोलना, कुठारना, ततवानी में पशु औषधालय खोलना, शाहपुर में मल्टी स्पोर्ट्स कंपलेक्स और घरोह में आयुर्वेदिक हेल्थ सेंटर बनाने जैसे अनेक कार्य किए गए हैं जो शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में हुए विकास को अपने आप  बयां करते हैं।

वार्षिक समारोह के इस कार्यक्रम में बच्चों ने मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। इस अवसर पर सामाजिक न्याय मंत्री द्वारा बच्चों को पुरस्कार बांटे गए और प्रोत्साहन रूप में 8 हजार रुपये की राशि दी गई। उन्होंने गणमान्य व्यक्तियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए

कार्यक्रम में पाठशाला प्रधानाचार्य बचन चंद चौधरी, शिक्षक संघ प्रांत अध्यक्ष पवन कुमार, एसएमसी प्रधान शमशेर सिंह, प्राइमरी केंद्र पाठशाला की मुख्य अध्यापक सुमन शर्मा, पंचायत प्रधान सुमन देवी, भूतपूर्व प्रधान त्रिशला, विभिन्न विभागों के अधिकारी, अन्य स्कूलों के प्रिंसिपल, स्कूल स्टाफ और बच्चे मौजूद रहे।

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