सरकार ने मंदिरों के लिए बनाई एसओपी, दियोटसिद्ध मंदिर प्रशासन ने सरेआम उड़ाई धज्जियां, श्रद्धालुओं की भीड़ के आगे औंधे पड़े सारे प्रबंध
हमीरपुर/ 04 जुलाई / रजनीश शर्मा
पहली जुलाई से बेशक हिमाचल के सभी बड़े मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं लेकिन हमीरपुर जिला के दियोटसिद्ध में रविवार को श्रद्धालुओं की भीड़ के आगे सारे प्रबंध औंधे मुंह पड़ते नजर आए। यहां सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों, नियमों व SOP की सरेआम धज्जियां उड़ती नजर आईं। मंदिर प्रशासन रविवार को व्यवस्था बनाने में पूरी तरह से नाकाम नजर आया
भक्तो की लंबी लाइन, पांच पांच घंटे खड़े रहे दर्शनों के लिए
रविवार का दिन होने के कारण दियोटसिद्ध मंदिर में खूब भीड़ रही। लोग पांच पांच घंटे दर्शनों के ली पंक्ति में खड़े रहे। इस दौरान भक्तों को भीषण गर्मी में पानी तक नहीं मिला।एंट्री व एग्जिट द्वारों पर अफरा तफरी
SOP के तहत मंदिर में एग्जिट व एंट्री स्थान अलग अलग होने चाहिए लेकिन रविवार को अव्यवस्था का आलम यह था कि कुछ लोग रेलिंग फांद कर इधर से उधर जाते देखे गए।
टेंपल ऑफिसर के कार्यालय में भी भक्तों की लाईन
मंदिर ट्रस्ट के कार्यालय से होकर भी दर्शनों के लिए लोगों का आना जाना एक बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है। लोगों को जहां से भी जगह मिली एंट्री कर दर्शन कर गए लेकिन करीब एक किलोमीटर लंबी लाइन में भक्त पांच पांच घंटे खड़े रहे।कुछ पुलिस वालों के हवाले हजारों की भीड़
बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में रविवार को मंदिर प्रशासन लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस के साथ भी उचित तालमेल न बैठा पाया। कुछ पुलिस कर्मचारियों के हवाले हजारों की भीड़ को नियंत्रित करने की जिम्मदारियां सौंपी गई। ऐसे में कोविड नियमों की धज्जियां उड़ती दिखी।
व्यवस्था सुधारने की गुंजाइश
दियोटसिद्ध मंदिर में रविवार को बाबा जी का दिवस होता है। इस दिन अपेक्षा से अधिक भीड़ मंदिर में पहुंचती है। ऐसे में व्यवस्था सुधारने कि गुंजाइश दिखती है। महिला व पुरुष श्रद्धालुओं को पहले की तरह अलग अलग द्वारों से एंट्री देकर अलग द्वारों से बाहर जाने की व्यवस्था जरूरी है। रविवार को एग्जिट व एंट्री को लेकर अव्यवस्था सरेआम दिखी।