संकट में घर पर जीवन रक्षक बनकर आई ऑक्सीजन रिफिंलिंग सेवा
बहादुरगढ़ / 21 मई / न्यू सुपर भारत
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में एकाएक बढ़ी मैडिकल ऑक्सीजन की मांग को पूरा करने के लिए शासन-प्रशासन ने सभी संभव उपाय किए। प्रशासन ने उपचाराधीन मरीजों के लिए अस्पतालों में जरूरत के अनुसार मैडिकल ऑक्सीजन की व्यवस्था की। घर पर आइसोलेट हुए मरीजों के लिए मैडिकल ऑक्सीजन की मांग भी दिन-प्रतिदिन बढऩे लगी।
हरियाणा सरकार ने आइसोलेट मरीजों को घर पर ही ऑक्सीजन पंहुचाने का बीड़ा उठाया, साथ में आपूर्ति समय की महता व पारदर्शिता को भी समझा। सरकार ने प्रदेश स्तर पर ऑक्सीजन सिलेंडर की घर पर आपूर्ति के लिए वेबसाइट डब्लयूडब्लयूडब्लयू डॉट ऑक्सीजनएचआरवाई डॉट तैयार कर ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू की। यह व्यवस्था मरीजों और उनकी देखभाल कर रहे परिजनों को संकट की घड़ी मेंं काफी राहत देने वाली साबित हुई। कुछ ने यू ब्यान किए अपने अनुभव।
विशाल ने कहा इतना ही बोलूंगा – बेस्ट सर्विस
झ”ार निवासी विशाल ने कहा कि कोरोना संक्रमित उनके पिताजी को डॉक्टर ने ऑक्सीजन की जरूरत बताई। उन्होंने अखबार मेंं पढ़ा था कि सरकार ने होम आइसोलेट मरीजों के लिए डोर -टू-डोर ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिलिंग व्यवस्था शुरू की है। वेबसाइट पर जाकर मैडिकल ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिलिंग के लिए ऑनलाइन आवेदन किया। कुछ ही देर मेंं उन्हे ऑक्सीजन मिल गई। किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई। संकट काल मेंं यह सरकार की बेस्ट सर्विस है। समय पर ऑक्सीजन मिलने से उनके पिताजी की सेहत में भी सुधार हो रहा है।
ऑक्सीजन के लिए नहीं भागना पड़ा- बोले राजेश
रईया गांव राजेश धनखड़ ने कहा कि उनके पिताजी की कोरोना संक्रमण के कारण शरीर में ऑक्सीजन लेवल कम होने से हालात बिगड़ रही थी। उनके दोस्त ने ऑनलाइन ऑक्सीजन व्यवस्था की जानकारी दी और वेबसाइट पर आवेदन किया। थोड़ी देर बाद जिला रेडक्र ास की टीम का फोन आया और ऑक्सीजन मुहैया करवा दी। उन्होंने बताया कि अब तक छह बार ऑनलाइन बुक कर चुके हैं हमेंशा समय पर ऑक्सीजन मिल रही है। सरकार ने अ’छा काम किया है। किसी के पीछे भागने की जरूरत नहींं पड़ी।
डॉ सुधीर बोले होमआइसोलेट के लिए जीवनदायिनी
झ”ार निवासी और पेशे से डॉक्टर सुधीर पुनिया ने बताया कि डोर टू डोर ऑक्सीजन रिफि लिंग व्यवस्था सही में होम आइसोलेट मरीजों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही है। उनके पिताजी का ऑक्सीजन लेवल कम होने पर ऑक्सीजन मैनेज करने की समस्या आई। जैसे ही सरकार ने डोर -टू-डोर ऑक्सीजन रिफिलिंग सेवा शुरू की उनको काफी राहत मिली। अभी तक सात सिलेंडर मंगवा चुके हैं ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से, बहुत अ’छी सेवा है। संकट में मरीजों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही यह व्यवस्था।
संकट की घड़ी मेंं अ’छी पहल — बोले सुनील
नया गांव निवासी सुनील ने बताया कि बीमारी के कारण उनकी मां का ऑक्सीजन लेवल कम हो गया था। चिंता होना स्वाभाविक था,क्योंकि ऑक्सीजन की कमी की बात सुनी जा रही थी। उन्होंने सरकार की ओर से शुरू किए गए डोर -टू-डोर ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिलिंग सिस्टम पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन बुकिंग की। उन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर मिलने मेंं कोई परेशानी नहीें हुई। सरकार ने सकंट की घड़ी में होम आईसोलेट मरीजोंं के लिए यह एक अ’छी व्यवस्था की है।
मैडिकल ऑक्सीजन के नोडल अधिकारी एवं एसडीएम हितेंद्र कुमार और उनके सहयोगी रमित यादव (एचसीएस) ने बताया कि शुक्रवार तक जिला भर मेंं 277 मरीजों को ऑक्सीजन पंहुचाई जा चुकी है। अभी तक कुल 48& ऑनलाइन आवेदन मिले हैं। इनमें से 20& रिजेक्ट हुए, क्योंकि यह सेवा होम आइसोलेट मरीज के लिए है। अस्पताल में उपचाराधीन मरीज के लिए अस्पतालों में ही ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है।
केवल तीन आवेदन पैंंडिंग है। इनको भी निर्धारित समय सीमा मेंं आपूर्ति कर दी जाएगी। मैडिकल ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। आवेदक डब्लयूडब्लयूडब्लयू डॉट ऑक्सीजनएचआरवाई डॉट इन पर ऑनलाइन आवेदन करें। पंजीकरण करने मेंं किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर आवेदक हैल्पलाइन नंबर 855889&911 या 1075 पर डायल कर सकते हैंं।