उपायुक्त चंबा ने जिला की पंचायतों में इंटरनेट कनेक्टिविटी को लेकर मांगी रिपोर्ट
तालाबों के निर्माण और पनिहारा जीर्णोद्धार में मनरेगा की कन्वर्जेंस हो
जिले में संचालित परियोजनाओं और उद्योगों में शुरू हो अप्रेंटिसशिप योजना
चंबा / 18 दिसंबर / एन एस बी न्यूज़
उपायुक्त विवेक भाटिया ने आज एस्पिरेशनल जिला योजना के कार्यान्वयन की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले की पंचायतों में इंटरनेट कनेक्टिविटी के स्टेटस की रिपोर्ट जल्द सौंपी जाए। उपायुक्त ने जिला पंचायत अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि विशेष तौर से जनजातीय पांगी घाटी की पंचायतों में उपलब्ध इंटरनेट कनेक्टिविटी की रिपोर्ट प्राथमिकता के आधार पर प्राप्त करना सुनिश्चित बनाएं।
उन्होंने प्रधानमंत्री कौशल विकास की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले में संचालित उद्योगों और जल विद्युत परियोजनाओं में अप्रेंटिसशिप की योजना व्यावहारिक तौर पर शुरू की जाए। जिले में 40 से अधिक कामगारों की संख्या वाली काफी परियोजनाएं मौजूद हैं जिनमें नियमानुसार अप्रेंटिसशिप होनी आवश्यक है। उपायुक्त ने जिला रोजगार अधिकारी और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान चंबा के प्रिंसिपल को इस दिशा में त्वरित कार्रवाई करने के लिए कहा।
उपायुक्त ने यह भी कहा कि जिले में तालाबों के निर्माण और पनिहारों के जीर्णोद्धार में भी मनरेगा कन्वर्जेंस अवश्य शामिल रहे। उन्होंने कहा कि जिले में माइक्रो सिंचाई के क्षेत्र में हालांकि उल्लेखनीय प्रगति हो रही है लेकिन इस दिशा में भी और प्रयास किए जाएं ताकि इस सेक्टर में चंबा जिला अग्रणी बने। इसके लिए विभाग किसान समूहों का भी सक्रिय सहयोग ले सकते हैं। उपायुक्त ने कहा कि ऐसा नहीं कि जिला के शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, बागवानी, ग्रामीण विकास और अन्य क्षेत्रों में उदाहरण बनने वाले कार्य ना हुए हों लेकिन इनका सफलता की कहानी के तौर पर आउटकम लोगों के सामने आना लाजमी है ताकि जहां हम जिले में विभिन्न क्षेत्रों में हो रही प्रगति से रूबरू हो सकें वहीं अन्य लोगों को भी इनसे प्रेरणा हासिल हो सके।
उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे इस तरह की सफलता की कहानियों को चिन्हित करें ।
उपायुक्त ने कृषि विभाग के अधिकारी को हिदायत देते हुए कहा कि जिले में मृदा परीक्षण और मृदा स्वास्थ्य कार्डों को लेकर लक्ष्य निर्धारित करके कार्य किया जाए ताकि जिले के सभी किसानों के स्वास्थ्य कार्ड बनें और किसान उसी के अनुरूप अपनी खेती कर सके। उपायुक्त ने कहा कि चंबा जिला में मौजूद प्राकृतिक संसाधनों के बूते इस जिले को कृषि के क्षेत्र में ‘फार्मिंग हब ‘के तौर पर विकसित किया जा सकता है ।इसमें माइक्रो सिंचाई सुविधाएं सबसे कारगर भूमिका निभाएंगी।
उपायुक्त ने परीक्षा मित्र चंबा फेसबुक पेज की भी समीक्षा की। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को कहा कि प्रत्येक दिन किसी एक विषय पर आधारित प्रश्न और उसके बाद उसका सॉल्यूशन (समाधान) अपलोड करना भी सुनिश्चित करें ताकि विद्यार्थी निरंतर अपने आप को इसके साथ कनेक्ट कर पाएं और इस व्यवस्था से फायदा उठा सकें। विवेक भाटिया ने कहा कि अक्सर देखने में आया है कि सार्वजनिक शौचालय देखरेख के अभाव में उपयोग के लायक नहीं रहते। विशेषकर पंचायतों को भी इसमें अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिले में ढाबों या दुकानों के समीप बने सार्वजनिक शौचालय की देखरेख की जिम्मेदारी वही के स्थानीय व्यापारियों की रहनी चाहिए । संबंधित विभाग शौचालय निर्माण की मांग प्राप्त होने के बाद इन पहलुओं पर पूरा विचार करने के बाद ही फंड स्वीकृत करें ताकि सरकारी धन का सदुपयोग भी हो और शौचालय भी निरंतर लोगों के उपयोग में रहे।
विवेक भाटिया ने जिला कल्याण अधिकारी को चंबा और चुवाड़ी में ओल्ड एज होम की स्थापना को लेकर भी प्रभावी कदम उठाने के लिए कहा। उपायुक्त ने जिले में एनिमल ट्रॉमा सेंटर की स्थापना की जरूरत पर भी जोर दिया । उन्होंने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को कहा कि इसको लेकर जिले में उपयुक्त जगह चयनित करें ।
बैठक में आईएएस प्रोबेशनर सौरभ जस्सल के अलावा जिला नियोजन अधिकारी गौतम शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश गुलेरी , जिला रोजगार अधिकारी अरविंद चौहान , कृषि उपनिदेशक भोला सिंह, परियोजना अधिकारी डीआरडीए योगेंद्र कुमार, परियोजना अधिकारी सर्व शिक्षा अभियान राजेश शर्मा, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण अरुण पठानिया के अलावा अन्य विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे।