November 16, 2024

‘भारत को जानो कार्यक्रम’ के प्रतिनिधि मुख्यमंत्री से मिले

0

शिमला / 18 नवम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां ‘भारत को जानो कार्यक्रम’ के तहत राज्य के दौरे पर आए प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश देश के सबसे शांतिपूर्ण राज्यों में से एक है। यहां पर अन्य राज्यों की तुलना में अपराध दर बहुत कम है। उन्होंने कहा कि राज्य की साक्षरता दर देश में केरल के बाद दूसरे स्थान पर है।

जय राम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को ‘देव भूमि’ के रूप में जाना जाता है, क्योंकि यहां पर कई मन्दिर और बौध मठ हैं, जो लगभग राज्य के प्रत्येक गांव में स्थित हैं और लोगों को उनमें बड़ी आस्था है। उन्होंने कहा कि राज्य में कई विश्व प्रसिद्ध गंतव्य स्थल हैं, जो दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य अपने फलों, विशेष रूप से सेब और अन्य प्रकार के फलों के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टाॅलरेंस नीति को अपना रही है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी स्तरों पर भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए प्रतिबद्ध है।

राज्य के विकास के लिए मुख्यमंत्री के विजन के बारे में एक प्रतिनिधि के सवाल का जवाब देते हुए, जय राम ठाकुर ने कहा कि उनका ध्येय हिमाचल प्रदेश को देश के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थल और दुनिया के पसंदीदा स्थलों में से एक बनाने का है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में संसाधन उपलब्ध करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि राज्य के युवाओं के लिए पर्याप्त रोजगार और स्व-रोजगार के अवसर मुहैया करने के साथ उन्हें आत्म-निर्भर बनाया जा सके।

मुख्य सचिव डाॅ. श्रीकांत बाल्दी ने इस अवसर पर कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम अन्य देशों की संस्कृति और परम्परा को समझने के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश को ‘भारत को जानो कार्यक्रम’ के तहत एक ‘भागीदार राज्य’ बनाया है।

निदेशक पर्यटन यूनुस ने मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और कहा कि नौ देशों के 40 प्रतिभागियों जैसे म्यांमार, माॅरीशस, श्रीलंका, फिजी, इजराइल, त्रिनिदाद और टोबैगो, सूरीनाम, गुयाना और दक्षिण अफ्रीका इस ‘भारत को जानो कार्यक्रम’ में भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले छः दिनों में इन प्रतिभागियों ने राज्य के विभिन्न हिस्सों का दौरा किया।

भारत सरकार के विदेश मामले के उप सचिव निशि कांत सिंह ने कहा कि यह योजना केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2003 में हमारे देश के समृद्ध सांस्कृतिक को समझने और जानने के उद्देश्य से शुरू की गई थी।

प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के साथ यात्रा के अपने अनुभवों को भी साझा किया।                

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *