‘PM Cares for Children scheme’ बनी रेखा का सम्बल
सोलन / 30 मई / न्यू सुपर भारत
प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोेदी के निर्देश एवं उनकी वर्चुअल उपस्थिति में आज उपायुक्त सोलन कृतिका कुलहरी ने सोलन की कुमारी रेखा को ‘पीएम केयर्स फाॅर चिल्ड्रन योजना’ के दस्तावेज़ प्रदान किए।
कुमारी रेखा के पिता का कोविड-19 के कारण दुःखद निधन हो गया था। उनकी माता का पहले ही असामायिक निधन हो गया था।
प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने 29 मई, 2021 को ‘पीएम केयर्स फाॅर चिल्ड्रन योजना’ का शुभारम्भ किया था। इस योजना का उद्देश्य ऐसे बेसहारा बच्चों को सहारा प्रदान करना है जिनके माता-पिता अथवा अभिभावकों की मृत्यु कोविड-19 के कारण 11 मार्च, 2020 एवं 28 फरवरी, 2022 के मध्य हुई हो। योजना ऐसे बच्चों को नियमित एवं व्यापक सुरक्षा प्रदान करती है। योजना के अन्तर्गत इन बच्चों का आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा किया गया है तथा उचित शिक्षा प्रदान कर इन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।
‘पीएम केयर्स फाॅर चिल्ड्रन योजना’ ऐसे बच्चों को 23 वर्ष की आय पूर्ण होने पर 10 लाख रुपए भी उपलब्ध करवाएगी ताकि यह बच्चे समुचित रूप से आत्मनिर्भर बन सकंे। योजना के तहत 18 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के ऐसे बच्चों के डाकघर के मासिक आय योजना खाते में 10 लाख रुपए जमा करवाए गए हैं। 18 वर्ष से कम आयुवर्ग के ऐसे बच्चों को 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने तक प्रदान किया जाने वाला मासिक वज़ीफ़ा उनके डाकघर के मासिक आय योजना खाते में जमा किया जा रहा है। 18 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के ऐसे बच्चों को 23 वर्ष की आयु तक मासिक वज़ीफ़ा मिल रहा है।
‘पीएम केयर्स फाॅर चिल्ड्रन योजना’ के अन्तर्गत ऐसे सभी बच्चों के पुनर्वास का कार्य सम्बन्धित बाल कल्याण परिषद के माध्यम से सुनिश्चित बनाया जा रहा है। योजना के तहत ऐसे सभी बच्चों की शिक्षा, उच्च शिक्षा का उचित प्रबन्ध किया गया है। पहली से 12वीं कक्षा तक की शिक्षा के लिए इन बच्चों को छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। तकनीकी शिक्षा के लिए ऐसे प्रत्येक बच्चे को 50,000 रुपए प्रतिवर्ष ‘स्वनाथ छात्रवृत्ति’ प्रदान की जा रही है। ऐसे सभी बच्चों की शिकायतों के निवारण के लिए सभी ज़िलों में शिकायत निवारण तन्त्र स्थापित किया गया है।
आज सोलन में उपायुक्त कृतिका कुलहरी ने कुमारी रेखा को डाकघर की मासिक आय योजना खाते की पासबुक, प्रधानमन्त्री आयुष्मान भारत योजना क स्वास्थ्य कार्ड एवं अन्य आवश्यक दस्तावेज प्रदान किए और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
उन्होंने कहा कि माता-पिता का निधन अपूर्णनीय क्षति है। यह प्रयास किया जाएगा कि इस बच्ची को उचित शिक्षा प्राप्त हो ताकि रेखा भविष्य में उचित मार्ग दर्शन प्राप्त कर अन्य को राह दिखा सके।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त सोलन ज़फ़र इकबाल, ज़िला कार्यक्रम अधिकारी सोलन राजिन्द्र सिंह नेगी, ज़िला बाल संरक्षण अधिकारी सुरेन्द्र टेगटा तथा अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।