पंजाब सरकार कोविड संबंधी हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार, जनता भी करे सहयोग: सुंदर शाम अरोड़ा
– उद्योग मंत्री ने सिविल अस्पताल का दौरा कर कोविड-19 संबंधी स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा
– लोगों को स्वास्थ्य हिदायतों का यकीनी पालन करने की अपील की
– जिले में 71 हजार से ज्यादा लोगों को दी जा चुकी है कोविड बचाव संबंधी वैक्सीन: डिप्टी कमिश्नर
होशियारपुर / 27 मार्च / न्यू सुपर भारत
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पंजाब सुंदर शाम अरोड़ा ने कहा कि पंजाब सरकार कोविड-19 संबंधी हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है लेकिन लोगों को अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए सहयोग देना होगा। वे आज सिविल अस्पताल होशियारपुर के दौरे के दौरान कोविड संबंधी जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की ओर से किए जा रहे कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।
इस दौरान उनके साथ डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात, सिविल सर्जन डा. रणजीत सिंह घोतरा भी मौजूद थे। उन्होंने जिला वासियों को कोविड-19 संबंधी सरकार की ओर से जारी हिदायतों का पालन करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि जिले में कोविड संबंधी अस्पतालों में बैडों की समर्था बढ़ाई जाएगी। इस दौरान उन्होंने मिशन फतेह संबंधी किट्स भी वितरित की।
उद्योग मंत्री ने लोगों को रात के कफ्र्यू का पूरी तरह से पालन करने की अपील करते हुए कहा कि कोरोना वायरस से संबंधित सभी स्वास्थ्य निर्देशों के पालन में कोई कोताही न अपनाए और बाहर निकलते समय मास्क पहनने व सामाजिक दूरी के नियम का पालन करें। उन्होंने कहा कि लोगों के सहयोग से ही कोविड के दोबारा फैलाव को मिशन फतेह के अंतर्गत असरदार ढंग से रोका जा सकता है।
डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात ने बताया कि जिले में 71 हजार से ज्यादा लोगों को कोविड बचाव संबंधी डोजें दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि 8139 हैल्थ वर्कर को कोविड की पहली डोज व 3547 को दूसरी डोज दी जा चुकी है। इसी तरह 9484 फ्रंट लाइन वर्करों को पहली व 3485 को दूसरी डोज दी जा चुकी है।
इसी तरह 47118 सीनियर सिटीजन्स को कोविड बचाव संबंधी पहली डोज दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि लाभार्थी अपने नजदीकी सरकारी अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र में जाकर नि:शुल्क टीकाकरण करवा सकते हैं। इसके अलावा सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पतालों में 250 रुपए प्रति डोज के हिसाब से टीकाकरण करवाया जा सकता है।
इस मौके पर जिला परिवार भलाई अधिकारी डा. अरुण वर्मा, एस.एम.ओ. डा. जसविंदर सिंह, डा. सैलेश, डा. स्वाति, डा. शिप्रा के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।