ऊना / 22 मई / न्यू सुपर भारत
प्रदेश सरकार जहां पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमितों के लिए बेहतर व्यवस्थाएं बनाने को युद्ध स्तर पर प्रयासरत है, वहीं अनेकों गैर सरकारी संगठन अपने-अपने स्तर पर मदद कर रहे हैं। प्रदेश सरकार जहां जिला ऊना के कोविड समर्पित दो अस्पतालों पालकवाह व हरोली में मरीजों के इलाज के लिए बेहतर प्रबंध कर रही हैं, वहीं यहां मरीजों के लिए खाना, दूध व चाय का प्रबंध गैर सरकारी संगठनों के माध्यम से ही हो रहा है। इस काम में राधा स्वामी सत्संग भदसाली तथा राष्ट्रीय एकता मंच संस्थाएं बढ़-चढ़ कर मदद कर रही हैं।
राधा स्वामी सत्संग से जुड़े राम पाल सैणी कहते हैं “कोरोना से निपटना सिर्फ सरकार या प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं है। बल्कि सभी को आगे आकर मदद करनी चाहिए। हम भदसाली में प्रतिदिन 150-170 व्यक्तियों का खाना तैयार कर रहे हैं। सुबह का नाश्ता, दोपहर व रात का भोजन बनाने के लिए 8-10 महिलाएं लगातार काम कर रही हैं। उनके साथ 20 अतिरिक्त सेवादार खाना बनाने के काम में मदद करते हैं, जिन्हें शिफ्ट के आधार पर बुलाया जाता है। हमारा काम सुबह 4 बजे से शुरू होकर शाम 7 बजे तक चलता है।
खाना बनाने के बाद उसे पैक करने का कार्य भी यहीं होता है।” पालकवाह व हरोली के बाद अब धुसाड़ा को भी कोविड अस्पताल घोषित किया गया है और राधा स्वामी सत्संग संस्था यहां भी आवश्यकतानुसार मरीजों को खाना उपलब्ध कराने को तैयार है। राष्ट्रीय एकता मंच भी इस कार्य में पीछे नहीं है। खाना अस्पताल पहुंचाने के लिए गाड़ियों का प्रबंध मंच ने किया है। इसके अतिरिक्त मरीजों को दूध व फल देने उपलब्ध करवाने में भी संस्था सहयोग कर रही है।
राष्ट्रीय एकता मंच के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र रात्रा बताते हैं “खान-पान अच्छा होगा तो मरीज जल्दी स्वस्थ होता है। ऐसे में प्रतिदिन मरीजों के लिए 8 लीटर दूध की व्यवस्था की जाती है। इसके अतिरिक्त कोरोना संक्रमित व्यक्ति व उनके परिजनों को परामर्श प्रदान करने के लिए एनआरएसटीसी अध्यापकों की टीम तैनात हैं, जो दिन में दो बार संक्षिप्त में काउंसलिंग प्रदान करती है, ताकि मरीजों को ज्यादा परेशानी न हो।
संस्था के बहुत से स्वयंसेवक पालकवाह व हरोली अस्पताल में सेवा दे रहे हैं। मरीजों व उनके तीमारदारों की मदद के लिए दोनों अस्पतालों में हेल्पडेस्क राष्ट्रीय एकता मंच के स्वयंसेवक संचालित कर रहे हैं। हमें मरीजों से टैक्सी का अधिक किराया वसूले जाने का पता चला तो इसके लिए भी राष्ट्रीय एकता मंच ने मदद देने का फैसला किया।”स्वयं सेवी संगठनों की मदद व प्रदेश सरकार के प्रयासों से जिला ऊना में कोरोना मरीजों के लिए बेहतर व्यवस्थाएं उपलब्ध हैं।
28 अप्रैल को शुरू हुए मेक शिफ्ट अस्पताल से अब तक 160 मरीज स्वस्थ होकर अपने घरों को लौटे हैं। डीसी ऊना राघव शर्मा ने कहा कि जिला ऊना में एनजीओ जिला प्रशासन की बढ़-चढ़ कर मदद कर रही हैं। प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन की ओर से कोविड-19 संक्रमित मरीजों के लिए किसी चीज की कमी नहीं है, लेकिन जिला ऊना की संस्थाओं के सेवा भाव की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। जिला के निवासी मेडिकल उपकरण, अन्य आवश्यक सामग्री के साथ-साथ राशन दान देने के लिए भी आगे आ रहे हैं, जिससे बड़ी मदद मिल रही है। इस सेवा भाव के लिए सभी जिलावासियों का आभार।