ग्रामीण डाककर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर क्यों रखी भूख हड़ताल और क्यों किया धरना प्रदर्शन । जानें पूरी खबर ।
केंद्र सरकार पर कमलेश चंद्र कमेटी की रिर्पोट को लागू करने में देश भर के करीब तीन लाख ग्रामीण डाक सेवकों से वादा खिलाफी करने का लगाया आरोप । ऊना / 19दिसम्बर / एन एस बी न्यूज़ केंद्र सरकारसे बेहद खफा चल रहे देश के ग्रामीण डाक कर्मियों ने गुरूवार को देश भर के मंडलीय कार्यालयों में एक दिन की भूख हड़तालकरते हुए धरना प्रदर्शन किया। केंद्रीय नेतृत्व की अपील परगुरूवार को ऊना मंडल डाक मुख्यालय पर एक दिन का भूख हड़तालमें एक दर्जन के करीब ग्रामीण डाक सेवकों ने धरना प्रदर्शन करअपना रोष जताया। एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठे इन ग्रामीण डाककर्मियों ने कहा कि केंद्र सरकार ने कमलेश चंद्र कमेटी की रिर्पोट को लागू करने में देश भर के करीब तीन लाख ग्रामीणडाक सेवकों से वादा खिलाफी की है। आधी अधूरी सिफारिशों कोलागू करके डाक विभाग की रीढ़ कहे जाने वाले ग्रामीण डाककर्मियों से सरकार ने बहुत बड़ा धोखा किया गया है। ग्रामीणडाक कर्मियों का कहना है कि उनकी डयूटी के चार घंटे विभागने तय किए हैं, लेकिन उन पर काम का इतना बोझ लादा गया है,कि वह आठ घंटे में भी पूरा नहीं होता। यही नहीं अलग सेविभाग टारगेट देकर मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है। यह हैंप्रमुख मांगेभूख हड़तालको विवश हुए ग्रामीण डाक सेवकों की प्रमुख मांगों में जीडीएस कोसरकारी कर्मचारी का दर्जा देना, कमलेशचंद्र कमेटी कीसिफारिशों के मुताबिक 12, 24 तथा 36 साल सेवा के अनुसार तयवेतनबृद्वि लागू करना। समूह बीमा राशि को पांच लाख करना।सवेतन अवकाश को 180 दिन तक ले जाना, तथा नकद भुगतान करना।आॅरियंटल बीमा योजना में जीडीएस को स्वास्थ्य सुविधांए देना।आई.पी.पी बी के काम में प्रोत्साहन राशि को बंद करके काम केघंटों को बढ़ाना। आई.पी.पी.बी के अकाऊंट के अव्यवहारिक औरअवैज्ञानिक लक्ष्य पर रोक लगाना तथा सेवानिवृत्ति/समाप्ति के लाभसेवानिवृत्ति वाले दिन ही दिए जाएं शामिल हैं। ग्रामीण डाक सेवकसंघ ऊना मंडल के सचिव जगतार सिंह ने कहा कि यह संघर्ष कीशुरूआत है, मांगें नहीं मानी गई, तो भविष्य में आगामीरणनीति तय की जाएगी। फोटो-19ऊना12-ऊनाडाक मंडल में एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीण डाककर्मचारी।