फतेहाबाद / 28 अक्टूबर / न्यू सुपर भारत
आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में मनाए जा रहे साइबर सिक्योरिटी जागरूकता माह के तहत जिला बाल संरक्षण इकाई के तत्वावधान में साइबर क्राइम से बचाव को लेकर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता साइबर नोडल ऑफिसर एवं डीएसपी अजायब सिंह ने की।
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बताया कि सभी थानों में जब भी किसी भी पोक्सो केस या बच्चों के संदर्भ में कोई भी शिकायत प्राप्त होती है तो उसमें आईओ द्वारा साइबर क्राइम पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों का किसी प्रकार से शोषण ना हो व साइबर का शिकार ना हों। उन्होंने सभी आईओ को निर्देश देते हुए कहा कि समय-समय पर इसकी रिपोर्ट जिला बाल संरक्षण अधिकारी, कार्यालय में भेजना सुनिश्चित करें। अपने कार्यों के साथ साइबर क्राइम के प्रति लोगों को जागरूक करते रहें।
इस मौके पर जिला बाल संरक्षण अधिकारी सुरजीत बाजिया ने कहा कि उपायुक्त जगदीश शर्मा के निर्देशानुसार व महिला एवं बाल विकास विभाग की गाइडलाइन अनुसार अक्टूबर माह को साइबर क्राइम के प्रति जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। इसी कड़ी में शुक्रवार को पुलिस विभाग के सभी आईओ (निरीक्षण अधिकारी) की ट्रेनिंग कराई गई है। इसी ट्रेनिंग के माध्यम से आईओ को बताया गया है कि जेजे एक्ट और पोक्सो एक्ट से संबंधित साइबर क्राइम व बच्चों के शोषण तथा बच्चों का मीडिया या अन्य चीजों में यूज करके साइबर क्राइम किया जा रहा है, इसके प्रति जागरूक किया गया। सभी थानों से आईओ को जागरूक किया जा रहा है कि वे अपनी रिपोर्ट के साथ इस चीज पर विशेष ध्यान दें।
इसके अलावा लीगल कम प्रोबेशन ऑफिसर बृजेश सेवदा से सभी को किशोर न्याय अधिनियम और पोक्सो एक्ट के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि इन एक्ट के तहत बच्चों के प्रति अपराध में शामिल करने व बच्चों को यूज करने के लिए सजा का प्रावधान है। पुलिस को हर केस में साइबर से संबंधित बातो पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है। इस दौरान साइबर इंचार्ज अनूप माचरा, एसएचओ जगदीश, रामचंद्र, हंसराज आदि मौजूद रहे।